Russia Ukraine war: रूस और यूक्रेन के बीच जंग जारी है. युद्ध के 13वें दिन भी यूक्रेनी सैनिक राजधानी कीव की रक्षा में डटे हुए हैं. उधर, कीव के आसपास के इलाकों में रूसी सेना लगातार तबाही मचा रही है और कोशिश है कि किसी भी तरह कीव में घुसा जाए. बुचा डिस्ट्रिक्ट के जरिए रूसी सेना कीव में घुसने की कोशिश में जुटी थी, लेकिन समय रहते यूक्रेनी सेना ने एक महत्वपूर्ण ब्रिज को धमाके से उड़ा दिया ताकि रूसी सेना कीव के अंदर न आ पाए.
ये इसलिए जरूरी था क्योंकि इस ब्रिज को पार करके रूसी सेना कीव में दाखिल हो सकती थी. ऐसे ही कई अन्य ब्रिज को भी यूक्रेनी सेना ने तोड़ दिया है जिससे की कीव की सुरक्षा हो सके.
जहां-जहां रूसी सेना को रोका जा रहा है, वहां एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल और सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइल के साथ-साथ सेना के यूक्रेन सेना के जवानों को तैनात किया गया है ताकि जैसे ही रूसी सेना आगे बढ़े उन्हें निशाना बनाया जा सके. रूस और यूक्रेन दोनों की ओर से वॉर के 13वें दिन भी जबरदस्त मिलिट्री ऑपरेशन जारी है. रूस कीव पर कब्जा करना चाह रहा है जबकि यूक्रेन की सेना कीव को किसी भी परिस्थिति में रूस से बचाना चाह रही है.
कीव पर कब्जे के लिए रूस ने चक्रव्यूह तैयार कर लिया है. रूस की भारी भरकम फौज कीव के बाहर खड़ी है और निशाने पर कीव के आसपास के इलाके हैं. इरपिन से लेकर खारकीव तक, सूमी से लेकर जाइटोमीर और मिकारलोव तक रूस के घातक हमले जारी हैं. लेकिन कीव अभी भी अटल खड़ा है. पिछले दो-तीन दिन से वहां कोई हमला भी नहीं हुआ है. कीव फिलहाल सुरक्षित है लेकिन कीव के बाहरी इलाके में जबर्दस्त बर्बादी मची है.
इरपिन इसका सबसे बड़ा शिकार है. दरअसल, रूसी फौज ने इरपिन को रौंदकर ही कीव में कदम रखने का चक्रव्यूह तैयार किया है. इरपिन वालों को कीव से नदजीकी की भारी कीमत चुकानी पड़ रही.
युद्ध के बीच लोगों का पलायन जारी
उधर, युद्ध के बीच कीव से लोगों का पलायन जारी है. इनमें महिलाएं, बुजुर्गों समेत बच्चे तक शामिल हैं. किसी बच्चे को अपनी साइकिल तो किसी बुजुर्ग को अपना वॉकर छोड़कर जाना पड़ा है. इरपीन में स्थिति बहुत ही भयावह हो गई है. संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक, पिछले 10 दिन में 15 लाख से ज्यादा लोग यूक्रेन छोड़कर जा चुके हैं. पोलैंड में सबसे ज्यादा 9.22 लाख शरणार्थी आए हैं.