यूक्रेन में रूस के हमले के बाद हालात लगातार भयावह होते जा रहे हैं. वैश्विक दबाव भी रूस पर बढ़ता जा रहा है. भारत और चीन समेत कई देशों के प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिनि से फोन पर बात की है. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भी आज रूस के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पर वोटिंग होनी है. इन सबके बीच रूसी राष्ट्रपति ने यूक्रेन की सेना से तख्ता पलट कर सत्ता अपने हाथ में लेने की अपील कर अपने इरादे साफ कर दिए हैं.
रूस के सामने चुनौती ये है कि वो जल्द से जल्द यूक्रेन की राजधानी कीव को अपने कब्जे में ले. दुनियाभर के देशों का दबाव बढ़ता जा रहा है इसलिए कीव पर कब्जा करने के लिए रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने खास प्लान बनाया है. यूक्रेन की राजधानी कीव में रूसी सेना दो तरफ से प्रवेश करने की कोशिश कर रही है.
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पुतिन का प्लान ये बताया जा रहा है कि कीव पर कब्जा करते ही रूस की सेना यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की को पकड़ेगी. इसके लिए दावा है कि चेचन्या से स्पेशल फोर्स पुतिन ने लगाई है. कीव के एयरपोर्ट पर कब्जा करने की कोशिश रूस कर रहा है. कीव के एयरपोर्ट पर कब्जा होते ही बेलारूस से 10 हजार रूसी सैनिकों कीव में उतार दिया जाएगा.
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पुतिन प्लान ये है कि अंतिम चरण में यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की से शांति समझौते पर साइन करवाए जाएंगे. इस तरह से यूक्रेन में रूस समर्थक सरकार का रास्ता साफ हो जाएगा. आगे क्या रूस और यूक्रेन के बीच बातचीत होगी? या फिर रूस यूक्रेन में अपनी पसंद के आदमी को सत्ता में बैठाकर अपने हिसाब से आगे यूक्रेन को कठपुतली बनाकर चलाएगा? ये भी बड़ा सवाल बना हुआ है.
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गौरतलब है कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में यूक्रेन की जेलेंस्की सरकार पर नाजी की तरह व्यवहार करने का आरोप लगाया था. उन्होंने कहा था कि यूक्रेन की सेना को तख्ता पलट कर सत्ता अपने हाथ में ले लेनी चाहिए. रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने ये भी कहा कि यूक्रेन अपने नागरिकों को शील्ड बनाकर बचने की कोशिश कर रहा है.
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बता दें कि रूस के हमले के बाद यूक्रेन के करीब 50 हजार नागरिक अपना देश छोड़कर जा चुके हैं. इनमें से करीब 30 हजार नागरिकों ने पोलैंड में शरण ली है. बाकी यूरोप के देशों में करीब 20 हजार यूक्रेनी गए हैं. हजारों नागरिकों के देश छोड़ने के बीच यूक्रेन अब भी रूस से युद्ध लड़ रहा है. न अमेरिका बचाने आया, न नाटो देश आए. यूक्रेन के राष्ट्रपति को कहना पड़ा कि सभी ने उनके देश को अकेला छोड़ दिया है. साढ़े चार करोड़ आबादी वाला यूक्रेन, यूरोप का दूसरा सबसे बड़ा देश है.