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Ground Report: सड़कों पर शव, आंखों के सामने अपनों को खोते लोग, मारियुपोल में हर तरफ सिर्फ तबाही का मंजर

यूक्रेन के कीव, खारकीव और मारियुपोल समेत तमाम शहरों पर रूस के हमले लगातार जारी हैं. रूसी हमलों से मारियुपोल पूरी तरह से तबाह हो चुका है. बमबारी में अब तक 5000 लोगों की जान जा चुकी है. यहां इमारतों को काफी नुकसान पहुंचा है. लोग जान बचाने के लिए पलायन कर रहे हैं. मारियुपोल से इंडिया टुडे की ग्राउंड रिपोर्ट...

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मारियुपोल में बमबारी की चपेट में आई महिला को अस्पताल ले जाते स्वास्थ्य कर्मी (फोटो- पीटीआई)
मारियुपोल में बमबारी की चपेट में आई महिला को अस्पताल ले जाते स्वास्थ्य कर्मी (फोटो- पीटीआई)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • मारियुपोल में 90% इमरातें तबाह
  • शहर में न अस्पताल बचे, न स्कूल

सेना के ट्रकों के मलबे के बीच एक जला हुआ शव पड़ा है. इस शव की पहचान करने, इसे दफनाने के लिए कोई मौजूद नहीं है. यह हालत हैं यूक्रेन के मारियुपोल शहर के. रूसी हमलों से मारियुपोल शहर पूरी तरह से तबाह हो चुका है. यहां हर इमारत पर रूसी सेना ने बमबारी की है. हालत बहुत खराब होते जा रहे हैं. लोगों के पास खाना नहीं है, पीने के लिए पानी नहीं है. लेकिन काफी लोग अभी भी इस उम्मीद से रुके हैं कि आज नहीं तो कल स्थिति ठीक होगी. यहां से लगभग 60% लोग पलायन कर चुके हैं. 

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ग्रोसरी शॉप में कर्मचारी नतालिया बताती हैं कि यहां बच्चों को खाने के लिए कुछ नहीं मिल रहा है. इतना ही नहीं गर्भवती महिलाएं भी बेसमेंट में बच्चों को जन्म दे रही हैं. क्योंकि वे बाहर नहीं जा सकती. रूसी हमलों में सभी अस्पताल पूरी तरह से बर्बाद हो चुके हैं. नतालिया ने बताया कि उनके बेटे के साथ पढ़ने वाले बच्चे ने अपनी आंखों के सामने अपने माता पिता को खो दिया. 

मारियुपोल में सड़कें सुनसान पड़ी हैं. लोगों के पास न खाना है और न ही पीने का पानी. ज्यादातर हिस्सों में रूसी सेना ने कब्जा कर लिया है. कुछ सड़कों को सैन्य वाहनों द्वारा बंद कर दिया गया है. शहर की सड़कें ट्रकों और टैंकों के मलबे से पटी पड़ी हैं. 

मारियुपोल में बमबारी में अब तक 5000 लोगों की जान जा चुकी है. यहां इमारतों को काफी नुकसान पहुंचा है. लोग जान बचाने के लिए पलायन कर रहे हैं. मारियुपोल के मेयर के मुताबिक, शहर से करीब 60% लोग पलायन कर चुके हैं. यहां 4 लाख की आबादी में सिर्फ 1.6 लाख लोग ही रह गए हैं. इतना ही नहीं जो लोग बचे हैं, उन्हें भी खाने-पीने का सामान लेने के लिए काफी संघर्ष करना पड़ रहा है. सेंटर्स पर खाने के लिए लोगों को लाइनों में लगना पड़ रहा है. 

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मारियुपोल में फायरिंग और बमबारी लगातार जारी है. जब इंडिया टुडे की टीम यहां एक नागरिक से बात कर रही थी, तभी रूसी सेना के हमले शुरू हो गए, ऐसे में सभी को बचने के लिए सुरक्षित स्थान की ओर भागना पड़ा. मारियुपोल पूरी तरह से तबाह हो चुका है. रूसी हमलों में करीब 90% इमरतों को नुकसान पहुंचा है. इनमें से 40% पूरी तरह से तबाह हो चुकी हैं. 

 

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