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ना एयरस्पेस पर कंट्रोल.. ना कीव पर कब्जा, यूक्रेन में फंस गया रूस!

रूस और यूक्रेन के बीच जंग जारी है. दोनों देशों के बीच काटे की टक्कर देखने को मिल रही है. अभी तक रूस भी वो सफलता हासिल नहीं कर पाया है जिसकी उम्मीद वो लगाए बैठा था. यूक्रेन मजबूती से ये युद्ध लड़ता दिख रहा है.

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Russia Ukraine war (सांकेतिक फोटो)
Russia Ukraine war (सांकेतिक फोटो)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • रूस ताकतवर, लेकिन यूक्रेन दे रहा कड़ी टक्कर
  • जमीन पर रूस की रणनीति नहीं कर रही काम

रूस और यूक्रेन के बीच टक्कर जारी है. शुरुआत में जरूर माना जा रहा था कि रूस कुछ ही दिनों में यूक्रेन का सफाया कर देगा और उसे घुटनों पर ला देगा. लेकिन अब युद्ध का छठा दिन शुरू हो चुका है और यूक्रेन ने अपनी सूझबूझ से खुद को इस मुकाबले में कायम रखा है. अब कुछ एक्सपर्ट इसे रूस का फेलियर मान रहे हैं तो कुछ छिपी रणनीति के तौर पर भी देख रहे हैं.

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एकतरफा मुकाबला कड़ा कैसे बन गया?

ऐसा कहा गया था कि रूस सबसे पहले यूक्रेन के एयर और मिसाइल सिस्टम को तबाह करेगा. लेकिन इसी मामले में अब तक रूस काफी पीछे नजर आ रहा है. यूक्रेन ने अपनी सधी हुई रणनीति की वजह एयर और मिसाइल सिस्टम को अभी तक सुरक्षित रखा है. कुछ नुकसान जरूर हुआ है, लेकिन जैसे अनुमान लगाए गए थे, उसकी तुलना में काफी कुछ बचा लिया गया है. इसी वजह से अभी भी यूक्रेन पूरी ताकत के साथ रूस पर हमला कर पा रहा है और उसके 4200 सैनिकों को भी मौत के घाट उतार दिया गया है. (रूसी रक्षा मंत्रालय ने ये आंकड़ा जारी किया है)

बताया जा रहा है कि पहले रूसी राष्ट्रपति का प्लान ये था कि यूक्रेन के एयर सिस्टम को आसानी से ध्वस्त कर दिया जाएगा और फिर रूसी सेना पूर्वी और दक्षिण हिस्सा पर हमला कर आसानी से बढ़त हासिल कर लेगी. इसके अलावा उसकी रणनीति में राजधानी कीव पर कब्जा करना भी शामिल था. लेकिन पांच दिन बाद भी रूस की ये रणनीति जमीन पर फेल हुई है. कीव पर भी रूस अपना कब्जा नहीं जमा पाया है और यूक्रेन के एयरस्पेस पर भी उसका कंट्रोल नहीं है.

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एक्सपर्ट क्या बताते हैं?

लेकिन इस बारे में डिफेंस एक्सपर्ट Loren Thompson अलग राय रखते हैं. वे मानते हैं कि इस पूरे घटनाक्रम के सिर्फ दो ही कारण नजर आते हैं. या तो रूस अभी तक जानबूझकर अपनी पूरी ताकत नहीं लगा रहा है या फिर उसकी तरफ से जमीन पर ठीक तरीके से अपनी रणनीति को लागू नहीं किया गया है. उनकी माने तो रूस के पास इतनी ताकत और संसाधन मौजूद हैं कि वो किसी भी समय युद्ध के समीकरण बदल सकता है. उनकी नजरों में रूस की साइबर शक्ति भी काफी ताकतवर है जो किसी भी देश को घुटनों पर ला सकती है.

कुछ दूसरे एक्सपर्ट भी इस ओर इशारा कर रहे हैं कि रूस की अगली रणनीति साइबर अटैक रह सकती है. अपनी पुरानी गलतियों को सुधारते हुए रूस फिर मजबूती से युद्ध में वापसी कर सकता है.

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