रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध को 20 दिन हो गए हैं. जमीन पर दोनों ही देशों की सेना एक दूसरे के खिलाफ लगातार मुकाबला कर रही हैं. लेकिन इस तनावपूर्ण माहौल के बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति Volodymyr Zelenskyy ने बड़ा बयान दे दिया है. उन्होंने कहा है कि यूक्रेन नेटो में शामिल नहीं हो सकता है. उन्होंने वहां की जनता को ये तथ्य स्वीकार करने की अपील की है.
जेलेंस्की झुके या कोई रणनीति?
अब जेलेंस्की का ये बयान युद्ध के बीच काफी अहम माना जा रहा है. युद्ध के शुरुआती दिनों से ही रूस लगातार कह रहा था कि यूक्रेन किसी भी कीमत पर नेटो में शामिल नहीं होगा. खुद राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन कई मौकों पर चेतावनी जारी कर चुके थे. ऐसे में अब जेलेंस्की का इस मुद्दे पर नरम पड़ना बड़ा संकेत माना जा रहा है. वैसे रूस संग पहली बातचीत के दौरान भी राष्ट्रपति जेलेंस्की ने इस मुद्दे पर अपना रुख बदला था. उन्होंने कहा था कि वे नेटो में शामिल होने पर ज्यादा जोर नहीं देने जा रहे हैं. ऐसे में अब जब युद्ध के 20 दिन बाद वे फिर अपने देश के सामने ऐसा बयान दे रहे हैं, इसके कई बड़े मतलब निकाले जा रहे हैं.
रूस यूक्रेन युद्ध की बात करें तो ये पिछले 20 दिन से लगातार जारी है. यूक्रेन ने मजबूती से अपने देश की रक्षा जरूर की है, लेकिन रूस के हमलों ने कई मौकों पर यूक्रेन को भारी नुकसान दिया है. अब रूस, राजधानी कीव की ओर अग्रसर है और वहां पर उसकी तरफ से बमबारी शुरू कर दी गई है. पूरी कोशिश की जा रही है कि अब कीव पर रूस का कब्जा हो जाए. लेकिन राष्ट्रपति जेलेंस्की हार मानने को तैयार नहीं हैं, वे एक बार के लिए नेटो मुद्दे पर झुकते दिख रहे हैं लेकिन सरेंडर के मूड में बिल्कुल भी नहीं हैं.
यूक्रेन की कीव के नागरिकों से अपील
ऐसे में बिगड़ती स्थिति को देखते हुए कीव के मेयर ने भी सभी पुरुषों से अपील की है कि वे अपनी राजधानी में वापस आएं और अपने देश के लिए लड़ें. यूक्रेन इससे पहले भी अपने नागरिकों को हथियार देने की बात कर चुका है. इस खतरे के बीच पूरे देश को एकजुट करने का प्रयास है जिससे यूक्रेन द्वारा हमले का मजबूती के साथ सामना किया जा सके.