रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध अब कई महीने पुराना हो चुका है. हर बीतते दिन के साथ जमीन पर स्थिति और ज्यादा विस्फोटक बनती जा रही है. संघर्ष क्योंकि दोनों तरफ से हो रहा है, ऐसे में परमाणु हमले की आशंका भी बढ़ चुकी है. इस बीच अब रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने एक बार फिर परमाणु हमले पर बड़ा बयान दिया है. उनकी तरफ से निशाना जरूर अमेरिका पर साधा गया है, लेकिन संकेत यूक्रेन को दिया गया है.
अमेरिका को आईना, यूक्रेन को संदेश
व्लादिमीर पुतिन ने कहा है कि अमेरिका अकेला ऐसा देश है जिसने दो बार न्यूक्लियर अटैक किया है, उसने हिरोशिमा बर्बाद किया, नागासाकी पर भी हमला किया. असल में अमेरिका ने ही ऐसे हमले कर उदाहरण सेट किया है. अब पुतिन के इस बयान ने रूस-यूक्रेन युद्ध के तनाव को और ज्यादा बढ़ा दिया है. पिछले कई दिनों से लगातार रूसी राष्ट्रपति की तरफ से परमाणु हमले को लेकर ऐसे बयान दिए जा रहे हैं. अमेरिका की तरफ से राष्ट्रपति जो बाइडेन भी चेतावनी जारी कर रहे हैं.
President #Putin: #US is the only country in the world that has used #nuclear weapons twice, destroying the cities of #Hiroshima and #Nagasaki in Japan. And they created a precedent. pic.twitter.com/bJR9SJEGwq
— Russian Embassy, UK (@RussianEmbassy) October 3, 2022
अब जानकारी के लिए बता दें कि कुछ दिन पहले ही व्लादिमीर पुतिन ने कहा था कि वे अपनी सीमाओं की रक्षा के लिए हर संभव कदम उठाएंगे. उनके उस एक बयान ने ही रूस-यूक्रेन युद्ध में एक बार फिर परमाणु हमले की संभावना को सक्रिय कर दिया था. ये अलग बात रही कि यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने इन खतरों को अभी के लिए खारिज कर दिया है. वे इसे पुतिन की डराने वाली रणनीति के तहत देख रहे हैं.
क्या सही में परमाणु हमला करेंगे पुतिन?
सुरक्षा मामलों के जानकार भी मानते हैं कि व्लादिमीर पुतिन असल में परमाणु हमला करेंगे, इसकी संभावना कम लगती है. उनके मुताबिक जब-जब रूस बैकफुट पर आता है या उसके ज्यादा सैनिकों की मौत होती है, अपने देश के नागरिकों में विश्वास पैदा करने के लिए, ये दिखाने के लिए रूस अपनी रक्षा कर सकता है, पुतिन द्वारा परमाणु चेतावनिया दी जाती हैं. इसी वजह से तमाम धमकियों के बावजूद भी यूक्रेन लगातार रूस से लड़ रहा है, उसके हर हमले का मुंहतोड़ जवाब दिया जा रहा है.
यहां ये जानना जरूरी हो जाता है कि पुतिन ने यूक्रेन के कब्जाए गए चारों इलाकों रूस का औपचारिक हिस्सा घोषित कर दिया है. क्रेमलिन में आयोजित एक कार्यक्रम में उन्होंने डोनेट्स्क, लुहान्स्क, जापोरिजिया, खेरसॉन को अपने देश में शामिल करने के आधिकारिक दस्तावेज पर हस्ताक्षर कर दिए हैं. उस ऐलान के बाद ही अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने फिर पुतिन को खुली चुतेवानी दी.
अमेरिका ने क्या चेतावनी दी?
उनकी तरफ से दो टूक कहा गया कि अमेरिका नाटो देशों के क्षेत्र की हर एक इंच जमीन की रक्षा के लिए पूरी तरह से तैयार है. हम नाटो के सहयोगियों के साथ खड़े हैं. इसलिए मिस्टर पुतिन मैं जो कह रहा हूं, उसे गलत मत समझिए. मैं अपने सहयोगियों के करीबी संपर्क में हूं और आज हम फिर नए प्रतिबंध की घोषणा कर रहे हैं. बाइडेन ने जारी बयान में यहां तक कहा कि अमेरिका और उसके सहयोगी (पश्चिम देश) व्लादिमीर पुतिन की धमकियों से डरने वाले नहीं हैं. पुतिन की हरकतें इस बात का संकेत हैं कि वे संघर्ष कर रहे हैं. वे अपने पड़ोसी (यूक्रेन) के क्षेत्र पर कब्जा नहीं कर सकते और न ही इससे बच सकते हैं. हम यूक्रेन को सैन्य उपकरण मुहैया कराना जारी रखेंगे.