रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध अब विस्फोटक हो चुका है. यूरोप के सबसे बड़े न्यूक्लियर प्लांट पर बमबारी करने के बाद रूसी सेना ने उसे अब अपने कब्जे में भी ले लिया है. रूसी सेना की इस कार्रवाई ने पूरी दुनिया को चिंता में डाल दिया है. परमाणु युद्ध का खतरा पहले ही बना हुआ है, पुतिन भी इशारों में बड़ी चेतावनी दे चुके हैं, उस बीच इस कार्रवाई ने कई तरह के सवाल खड़े कर दिए हैं.
जानकारी के लिए बता दें कि कुछ समय पहले ही रूसी सेना की तरफ से Kherson के न्यूक्लियर प्लांट पर भारी बमबारी की गई थी.उस वजह से वहां पर आग लगी और रिएक्टर्स पर खतरा मंडराया. यूक्रेन के मुताबिक रिएक्टर्स को सुरक्षित कर दिया गया है और आग बुझाने का काम किया जा रहा था. लेकिन इस बीच अब रूसी सेना ने उस पूरे प्लांट पर ही अपना कब्जा जमा लिया है.
9 दिनों से जारी युद्ध में रूस के लिए ये सबसे बड़ी कामयाबी मानी जा रही है. यूरोप के इस सबसे बड़े प्लांट पर कब्जा कर उसने यूक्रेन को बड़े सकंट में डाल दिया है. एक तरफ अब रूस की तरफ से पूरे यूक्रेन में ब्लैकआउट किया जा सकता है, तो वहीं दूसरी तरफ उसके ऊर्जा संसाधनों पर कब्जा जमाया जा सकता है.
वैसे कुछ समय पहले यूक्रेन ने एक जारी बयान में कहा था कि ZNPP के सभी यूनिट सही सलामत हैं. यूनिट 1 के रिएक्टर को नुकसान पहुंचा था, लेकिन उससे किसी भी दूसरी यूनिट को खतरा नहीं पहुंचता. रेडिएशन में भी कोई फर्क देखने को नहीं मिला है. लेकिन युद्ध के बीच रूस का इस पर कब्जा कर लेना काफी निर्णायक माना जा रहा है और जमीन पर कई समीकरण भी बदल सकता है. इससे पहले आज रूसी सेना ने एक यूक्रेन के टीवी टॉवर पर भी अपना कब्जा जमा लिया था. अटकलें हैं कि उस कार्रवाई के जरिए यूक्रेन के हर टीवी पर रूसी प्रोपेगेंडा चलाया जा सकता है. गलत खबरों को प्रसार करने पर जोर दिया जा सकता है.
एक्सपर्ट्स के मुताबिक अब रूस धीरे-धीरे ही सही यूक्रेन के कई जरूरी ठिकानों पर अपना कब्जा जमा रहा है. ऐसा कर यूक्रेन को पूरी तरह घेरने की तैयारी है और उसे घुटनों पर लाने का प्रयास है. ऐसा होने पर राजधानी कीव पर रूसी सेना का धावा बोलना आसान हो सकता है जो अब तक मुमकिन नहीं हो पाया है.