यूक्रेन और रूस के बीच में तनातनी बढ़ती जा रही है. बातचीत की पहल जरूर की गई है, लेकिन जमीन पर स्थिति तनावूर्ण बनी हुई है. अब रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के एक संबोधन ने इस तनाव को और ज्यादा बढ़ा दिया है. अपने संबोधन में पुतिन ने जोर देकर कहा है कि यूक्रेन के हुक्मरान नाजी आतंकियों की तरह बर्ताव कर रहे हैं. वे अपने ही नागरिकों को ढाल बनाने का काम कर रहे हैं.
पुतिन ने कहा है कि मैं यूक्रेन से अपील करता हूं कि वो अपने नागरिकों को ढाल की तरफ इस्तेमाल करना बंद कर दे. ये लोग अपने बच्चों, पत्नियों और बूढ़ों को ढाल बना रहे हैं. इनको अपने हाथ में सारी शक्ति लेनी चाहिए. पुतिन ने आरोप लगा दिया है कि यूक्रेन में इस समय neo-Nazis and Banderites जैसे संगठनों ने ही यूक्रेन की राजधानी में कई लोगों को अपने कब्जे में ले लिया है. ऐसे में इन लोगों से ज्यादा आसान तो यूक्रेन के प्रशासन से समझौता करना है.
वैसे अपने उसी संबोधन में पुतिन ने ये भी साफ कर दिया कि वे यूक्रेन पर कब्जा नहीं करने जा रहे हैं. ये भी कहा गया है कि किसी भी सूरत में यूक्रेन को परमाणु हथियार नहीं बनाने दिया जाएगा. वैसे जिस समय रूस के राष्ट्रपति यूक्रेन पर ये हमला कर रहे थे, यूरोपीय संघ द्वारा उन पर कड़े प्रतिबंध लगाने पर विचार किया जा रहा था. खबर है कि यूरोप में मौजूद पुतिन की सारी संपत्ति को जब्त करने पर विचार किया जा रहा है. रूस के विदेश मंत्री के खिलाफ भी ये कार्रवाई की जा सकती है.
रूस-यूक्रेन की वर्तमान स्थिति की बात करें तो तनाव चरम पर चल रहा है. रूसी सेना अब यूक्रेन की राजधानी के बेहद करीब आ गई है. इस बढ़ते खतरे को देखते हुए दोनों ही देशों ने अब बातचीत की टेबल पर आने की बात कही है. बताया गया है कि रूस की तरफ से बातचीत के लिए एक प्रतिनिधिमंडल भेजा जाएगा. ऐसे में युद्ध समाप्त को लेकर आने वाले दिनों में महत्वपूर्ण पहल की जा सकती है.