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रूस-यूक्रेन संकट: QUAD की मीटिंग में PM मोदी का डायलॉग और डिप्लोमेसी पर जोर

क्वाड बैठक में पीेएम मोदी ने जोर देकर कहा है कि रूस यूक्रेन युद्ध को बातचीत के जरिए ही हल किया जा सकता है. उनके मुताबिक सभी को वापस कूटनीति के रास्ते पर आना पड़ेगा.

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पीएम नरेंद्र मोदी (पीटीआई)
पीएम नरेंद्र मोदी (पीटीआई)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • पीएम मोदी बोले- कूटनीति के रास्ते पर आना जरूरी
  • जापान के पीएम का बयान- क्षेत्रीय अखंडता बचाना जरूरी

रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध के समय गुरुवार को QUAD देशों की अहम बैठक हुई थी. बैठक में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन, जापान के पीएम Fumio Kishida और ऑस्ट्रेलियाई पीएम स्कॉट मॉरिसन ने हिस्सा लिया. वैसे तो इस बैठक में कई मुद्दों पर विस्तार से चर्चा हुई, लेकिन काफी समय रूस-यूक्रेन युद्ध पर भी दिया गया.

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उस बैठक में पीएम मोदी ने एक बार फिर भारत का स्टैंड साफ करते हुए कहा कि हर स्थिति का हल सिर्फ और सिर्फ बातचीत और कूटनीति के जरिए ही संभव है. पीएम ऑफिस की तरफ से जारी बयान में बताया गया कि यूक्रेन में जारी विवाद पर चर्चा की गई. बैठक में पीएम ने जोर देकर कहा कि फिर बातचीत के रास्ते पर आना जरूरी है और हर समस्या को कूटनीति के जरिए ही हल किया जा सकता है.

इशारों में पीएम मोदी ने इस बात का भी जिक्र कर दिया कि हर देश को दूसरे देश की क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान करना चाहिए, अंतरराष्ट्रीय नियमों का भी सख्ती से पालन जरूरी है. इस सब के अलावा पीएम ने सभी क्वाड नेताओं को बोला कि हमे हमारे उदेश्यों से नहीं भटकना है. क्वाड का मकसद ही ये है कि शांति को बढ़ावा दिया जाए, संतुलन बनाने की कोशिश की जाए और इंडो-पैसेफिक रीजन में विकास पर जोर दें.

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पीएम मोदी के अलावा जापान के पीएम Fumio Kishida ने भी रूस-यूक्रेन मुद्दे पर अपने विचार रखें. उन्होंने बिना नाम लिए कहा कि फोर्स या फिर सैन्य कार्रवाई के जरिए यथास्थिति में एकतरफा परिवर्तन करना स्वीकार नहीं किया जा सकता है. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भी सोशल मीडिया पर ट्वीट कर जानकारी दी कि पूरी दुनिया में क्षेत्रीय अखंडता का सुरक्षित रहना जरूरी है और इंडो-पैसेफिक रीजन में भी शांति स्थापित होना आवश्यक है.

बैठक के बाद क्वाड नेताओं द्वारा एक साझा बयान भी जारी किया गया. उस बयान में बताया गया कि क्वाड नेताओं द्वारा यूक्रेन में जारी मानवीय संकट पर विस्तार से चर्चा की गई. वहां जारी युद्ध के असर पर भी मंथन हुआ. सभी नेताओं ने एकमत होकर स्वीकार किया आपदा राहत तंत्र को काफी मजबूत करना पड़ेगा जिससे भविष्य में जब भी कही मानवीय संकट आए, तो प्रभावी रणनीति बनाई जा सके.

मीटिंग के बाद पीएम मोदी ने भी ट्वीट कर बताया कि उनकी ये बैठक काफी प्रोडक्टिव रही और इंडो पैसेफिक रीजन में सुरक्षा और विकास पर विस्तार से चर्चा हुई. अभी सभी क्वाड नेता आने वाले महीनों में टोक्यो में मुलाकात करने जा रहे हैं.

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