रूस के यूक्रेन पर हमले के बाद सबसे ज्यादा चर्चा दोनों देशों के पास मौजूद हथियारों, मिसाइलों, टैंकों और युद्धक विमानों की हो रही है. कहने की जरूरत नहीं है कि रूस का आयुध भंडार यूक्रेन से कई गुना ज्यादा है. रूस के पास अपना एक एयरक्राफ्ट कैरियर भी है जो अकेले किसी भी युद्ध का रुख पलट देने में सक्षम है. हालांकि Admiral Kuznetsov नाम के ये एयरक्राफ्ट कैरियर गलत वजहों से ही चर्चा में ज्यादा रहा है.
इस एयरक्राफ्ट कैरियर को 1985 में लॉन्च किया गया था. इसे यूक्रेन की कंपनी ब्लैक सी शिपयार्ड ने तैयार किया था. शुरुआत में इसका नाम Riga था. बाद में इसे Leonid Brezhnev नाम दिया गया. जब इसका ट्रायल हुआ तो इसका नाम Tbilisi रखा गया. आखिरकार इसे 1990 में Admiral of the Fleet of the Soviet Union Kuznetsov नाम दिया गया. इसे Admiral Kuznetsov भी कहा जाता है.
दिसंबर 1991 में सोवियत संघ का विघटन हो गया. रूस और यूक्रेन दो अलग-अलग देश बन गए. विघटन के बाद Admiral Kuznetsov रूस के पास आ गया. सोवियत संघ के टूटने के बाद 1995 तक ये एयरक्राफ्ट कैरियर पूरी तरह से ऑपरेशनल नहीं हो सका था.
Admiral Kuznetsov सोवियत संघ का पहला एयरक्राफ्ट कैरियर था. पहले इससे Ka-27 या Ka-31 हेलीकॉप्टर को ही ले जाया जाता था. 23 दिसंबर 1995 से 22 मार्च 1996 तक Admiral Kuznetsov ने पहला 90 दिन का सफर किया. उस समय इसमें 13 Su-33, 2 Su-25, 25 UTG और 11 हेलीकॉप्टर थे.
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क्या है इसकी खासियत?
इस एयरक्राफ्ट कैरियर की लंबाई 284 मीटर और चौड़ाई 72.3 मीटर है. इससे एक बार में 55 हजार टन सामान ले जाया जा सकता है. इस जहाज से एक बार में 16 Yak-41M, 12 Su-27K, 4 Ka-27-LD, 18 Kamov Ka-27 PLO और 2 Ka-27-S के साथ-साथ कई हेलीकॉप्टर ले जाए जा सकते हैं.
इसके साथ ही इसमें जमीन से जमीन में मार करने वाले 12 मिसाइल लॉन्चर से लैस एंटी शिप मिसाइल सिस्टम हैं. इन मिसाइल की रेंज 400 किमी है और इससे परमाणु हमला भी किया जा सकता है. इसके अलावा इसमें 24 वर्टिकल लॉन्चर और 192 मिसाइल से लैस एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम भी है जो इस जहाज को किसी भी तरह के हमले से बचाने में सक्षम है. इससे हर तीन सेकंड में एक मिसाइल छोड़ी जा सकती है.
इन सबके अलावा इस जहाज में एक ऐसा मिसाइल लॉन्चर सिस्टम भी है, जिससे छोटी मिसाइलें छोड़ी जा सकती हैं. इनकी रेंज 1.5 से 8 किमी है. साथ ही इसमें ट्विन गन सिस्टम भी है जिससे एक मिनट में 1 हजार राउंड फायर किए जा सकते हैं. इसमें 6 AK630 AD एयर डिफेंस गन भी लगी हैं. इस जहाज में सबमरीन से हमले के बचने के लिए एंटी सबमरीन सिस्टम भी है.
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Unlucky क्यों कहा जाता है इसे?
इस एयरक्राफ्ट कैरियर में भले ही लाख खूबियां हों, लेकिन इसे अनलकी भी माना जाता है. वो इसलिए क्योंकि इस एयरक्राफ्ट कैरियर में कई दुर्घटनाएं हो चुकी हैं जिनमें कई लोगों की मौत हुई है. जनवरी 2009 में जब ये जहाज तुर्की के तट से थोड़ी ही दूर पर था, तो इसमें आग लग गई, जिसमें क्रू के कई मेंबर मारे गए. एक महीने बाद आयरलैंड के तट पर इससे तकरीबन 300 मीट्रिक टन तेल रिसने लगा जो समुद्र में मिल गया.
2016 में जब ये जहाज सीरिया से लौट रहा था, तब भी इसमें दुर्घटना हो गई और इससे धुएं का गुबार उठ गया. एक बार Su-33 और MiG-29K लैंडिंग के दौरान पानी में क्रैश हो गए, क्योंकि जहाज की केबल टूट गई थी. एक रिपोर्ट के मुताबिक, ब्रिटेन के पूर्व रक्षा मंत्री सर माइकल फॉलेन ने इसे 'शर्म का जहाज' कहा था.
सीरिया से लौटने के बाद इस जहाज की मरम्मत कराई गई, लेकिन इसकी बदकिस्मती ठीक नहीं हुई. 2018 में यहां फिर एक दुर्घटना हुई, जिसमें एक वर्कर की मौत हो गई और 4 घायल हो गए. एक साल बाद जब जहाज पर वेल्डिंग का काम चल रहा था तो इसमें आग लग गई, जिसमें 2 लोग मारे गए और 11 बुरी तरह जख्मी हो गए.