Russia-Ukraine War: रूस और यूक्रेन में जारी जंग पर अब परमाणु हमले का संकट भी गहराता जा रहा है. रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) ने अमेरिका समेत पश्चिमी देशों से तनाव के बीच रविवार को Nuclear Deterrent Force को अलर्ट पर रहने का आदेश दिया है. पुतिन के इस आदेश से दुनिया पर परमाणु युद्ध का खतरा बढ़ गया है.
पुतिन ने ऐसा आदेश क्यों दिया?
- रूस और यूक्रेन के बीच 24 फरवरी की सुबह से जंग शुरू हो गई थी. राष्ट्रपति पुतिन के इस कदम की दुनियाभर में आलोचना हो रही है. अमेरिका समेत पश्चिमी देशों ने रूस पर कड़े प्रतिबंध लगाने शुरू कर दिए हैं.
- पश्चिमी देशों की ओर से यूक्रेन पर हुए हमले को लेकर लगातार बयान आ रहे हैं, जिसमें रूस की आलोचना की जा रही है. प्रतिबंधों और बयानबाजी से नाराज होकर ही पुतिन ने Nuclear Deterrent Force को अलर्ट पर रहने का आदेश दिया है.
- राष्ट्रपति पुतिन ने रविवार को संबोधन में इस फैसले की जानकारी देते हुए बताया कि पश्चिमी देश न सिर्फ गैरकानूनी प्रतिबंध लगा रहे हैं, बल्कि NATO देशों की ओर से हमारे देश के खिलाफ आक्रामक बयानबाजी भी की जा रही है.
- इससे पहले भी 24 फरवरी को जब पुतिन ने यूक्रेन के खिलाफ जंग का ऐलान किया था, तब भी उन्होंने चेताते हुए कहा था कि अगर कोई भी इस जंग में बीच में आता है तो वो अंजाम होगा, जो इससे पहले कभी देखा नहीं होगा. एक्सपर्ट पुतिन की इस चेतावनी परमाणु युद्ध की धमकी से जोड़कर देख रहे हैं.
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क्या है Nuclear Deterrent Force?
- Nuclear Deterrent Force यानी परमाणु हमलों और ऐसे हमलों से बचाने वाली टुकड़ी. शीत युद्ध (Cold War) के समय Nuclear Deterrence Theory आई थी.
- कोल्ड वॉर के समय जब सोवियत संघ और अमेरिका के बीच तनाव था, तब अमेरिका ने Nuclear Deterrence Strategy को अपनाया था. इसका मतलब ये था कि अगर सोवियत संघ या कोई और देश अमेरिका पर परमाणु हमला करता है तो उसी सख्ती से उसका जवाब दिया जाएगा.
- अब ऐसी ही रणनीति पुतिन भी अपना रहे हैं. पुतिन ने संकेत दिए हैं कि अगर अमेरिका और NATO देश रूस पर प्रतिबंध लगाते हैं या यूक्रेन की सेना की मदद करते हैं तो उसका जवाब परमाणु हथियार से दिया जाएगा.
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तो क्या परमाणु युद्ध की कगार पर पहुंच जाएगी जंग?
- न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, एक्सपर्ट का मानना है कि यूक्रेन पर हमले के विरोध में अमेरिका और NATO देशों की ओर से लगाए जा रहे प्रतिबंधों को रूस गलत समझ रहा है. दुनिया में सबसे ज्यादा परमाणु हथियार रूस के पास ही है. इसके साथ ही ऐसे जंग की स्थिति में इस्तेमाल करने वाले परमाणु हथियार भी तैयार कर रखे हैं.
- इस बात की गुंजाइश बहुत ही कम है कि अमेरिका या कोई NATO देश रूस के खिलाफ पहले पमाणु हथियार इस्तेमाल करेगा, लेकिन रूस अमेरिका, फ्रांस, पाकिस्तान, यूके और उत्तर कोरिया के खिलाफ पहले परमाणु हथियार इस्तेमान न करने की बात से इनकार करता रहा है. यानी, अगर हालात बिगड़े तो रूस पहले परमाणु हथियारों का इस्तेमाल करने से पीछे नहीं हटेगा.
रूस-अमेरिका के पास कितने परमाणु हथियार?
फेडरेशन ऑफ अमेरिकन साइंटिस्ट (FAS) के ताजा अनुमान के मुताबिक, इस वक्त के रूस के पास सबसे ज्यादा परमाणु हथियार हैं. रूस के पास 5,977 परमाणु हथियार हैं, जबकि अमेरिका के पास 5,428 हथियार हैं. यूक्रेन के पास एक भी परमाणु हथियार नहीं है.