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वैक्यूम-क्लस्टर बम, Javelin-Stinger-NLAW मिसाइलें... वो 10 घातक हथियार जो रूस-यूक्रेन युद्ध में हो रहे इस्तेमाल

Russia-Ukraine War: रूस और यूक्रेन की जंग का आज 12वां दिन है. इन 12 दिनों के युद्ध में दोनों देशों ने कई घातक हथियारों का इस्तेमाल किया है. रूस यूक्रेन पर 5 क्विंटल के बम गिरा रहा है तो यूक्रेन की सेना स्टिंगर और जैवलिन मिसाइल से उसे निशाना बना रही है.

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यूक्रेन के शहरों पर रूस की सेना भारी बम गिरा रही है. (फाइल फोटो-AP/PTI)
यूक्रेन के शहरों पर रूस की सेना भारी बम गिरा रही है. (फाइल फोटो-AP/PTI)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • वैक्यूम और क्लस्टर बमों का इस्तेमाल
  • चेर्नीहिव में गिरा 5 क्विंटल वजनी बम
  • स्टिंगर और जैवलिन मिसाइल इस्तेमाल

Russia-Ukraine War: रूस और यूक्रेन की जंग लंबी खिंचती जा रही है. दोनों देशों के बीच युद्ध का आज 12वां दिन है. दूसरे विश्व युद्ध के बाद ये अब तक की सबसे खतरनाक जंग मानी जा रही है. यूक्रेन का दावा है कि रूस ने इस युद्ध में कई घातक हथियारों का इस्तेमाल किया है. वहीं, यूक्रेन के पास भी कई हथियार हैं जो रूस की सेना में तबाही मचा रहे हैं. आइए जानते हैं रूस और यूक्रेन की जंग में रूस किन-किन घातक हथियारों का इस्तेमाल कर रहा है...

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1. वैक्यूम बम

- युद्ध के 5वें दिन रूस ने यूक्रेन पर वैक्यूम बम (Vacuum Bomb) इस्तेमाल किया. ये बम थर्मोबैरिक हथियार के अंतर्गत आते हैं, जो जेनेवा कन्वेंशन के तहत प्रतिबंधित है. ये बम काफी घातक और तबाही मचाने वाला माना जाता है.

- ऐसे बमों में पारंपरिक गोला-बारूद की बजाय उच्च दाब वाले विस्फोटकों का इस्तेमाल होता है. ये बम आसपास की ऑक्सीजन सोखकर बड़ा धमाका करता है. रूस ने ऐसे बमों का युद्ध में इस्तेमाल करने के लिए ही बनाया है. बताया जाता है कि 2016 में भी रूस ने सीरिया के खिलाफ वैक्यूम बम का इस्तेमाल किया था.

2. क्लस्टर बम

- यूक्रेन का ये भी आरोप है कि इस युद्ध में रूस क्लस्टर बमों का इस्तेमाल कर रहा है. ऐसे बम में कई बमों का ग्रुप होता है. दुनियाभर में अभी तक जितने भी युद्ध हुए हैं, उनमें 10 से ज्यादा तरह के क्लस्टर बम का इस्तेमाल हो चुका है. 

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- क्लस्टर बम को फाइटर प्लेन और रॉकेट लॉन्चर सिस्टम से भी लॉन्च किया जा सकता है. क्लस्टर बम हवा में घुल जाते हैं और उससे 5 से 10 सेमी के छोटे-छोटे विस्फोटक गिरते हैं. टारगेट के पास गिरने के बाद कई बम तुरंत नहीं फटते हैं. सीरिया में भी ऐसे ही बम का इस्तेमाल करने का आरोप लगा था. 

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यूक्रेन की राजधानी कीव की सड़क पर पड़ा मिसाइल का टुकड़ा. (फाइल फोटो-AP/PTI)

3. स्टिंगर और जैवलिन मिसाइल

- इन दोनों मिसाइलों का इस्तेमाल यूक्रेन की सेना कर रही है. इन दोनों मिसाइलों से यूक्रेन ने रूस के कई लड़ाकू विमानों और सैनिकों को मार गिराने का दावा किया है. ये दोनों ही मिसाइल यूक्रेन को अमेरिका से मिली हैं. 

- स्टिंगर मिसाइल (Stinger Missile) की खासियत है कि वो कम ऊंचाई पर उड़ रहे एयरक्राफ्ट को भी मार सकती है. इसे सैनिक अपने कंधे पर रखकर भी लॉन्च कर सकता है. 

- वहीं, जैवलिन मिसाइल (Javelin Missile) एक एंटी टैंक मिसाइल है. इससे दुश्मन देश के टैंक और कम ऊंचाई पर उड़ रहे एयरक्राफ्ट को तबाह किया जा सकता है. इस मिसाइल से हथियारबंद वाहनों से लेकर बंकरों तक को निशाना बनाया जा सकता है.

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5. NLAW मिसाइल

- यूक्रेन की सेना NLAW मिसाइल का इस्तेमाल भी कर रही है. इससे रूस की सेना के टैंकों को निशाना बनाया जा रहा है. स्टिंगर की तरह ही NALW मिसाइल को भी कंधे पर रखकर लॉन्च किया जा सकता है. ये मिसाइल 20 मीटर से 400 मीटर की दूरी तक के टैंक को उड़ा सकती है.

6. 5 क्विंटल के बम

- रूस की सेना यूक्रेन पर भारी बम गिरा रही है. यूक्रेन ने रूस पर 5 क्विंटल वजनी बम गिराने का आरोप भी लगाया है. यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा ने एक बम की तस्वीर ट्वीट की है, जिसमें उन्होंने दावा किया है कि रूस की सेना 500 किलो के बम गिरा रही है. ये बम चेर्नीहिव में गिराने की बात कही जा रही है. कुलेबा ने ये भी बताया है कि बम गिरने के बाद फटा नहीं है. 

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7. क्रूज मिसाइल

- यूक्रेन के खिलाफ युद्ध में रूस क्रूज मिसाइलों का इस्तेमाल भी कर रहा है. रूस के पास 3M-54 Caliber मिसाइल है. इस मिसाइल की लंबाई 6 से 9 मीटर तक और वजन 1,300 से 2,300 किलोग्राम तक होता है. इस मिसाइल में 400 से 500 किलो विस्फोटकों का इस्तेमाल हो सकता है. इस मिसाइल की रेंज 220 किमी से लेकर 4,500 किमी तक होती है.

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यूक्रेन की सड़कों पर तबाह हुए रूस के टैंक. (फाइल फोटो-AP/PTI)

 

8. मल्टीपल लॉन्च रॉकेट सिस्टम

- रूस इस युद्ध में TOS-1 का इस्तेमाल भी कर रहा है जो मल्टीपल लॉन्च रॉकेट सिस्टम है. इसे T-72 टैंक पर लगाया जाता है. इसमें 15 सेकंड में 30 राउंड फायर होते हैं. इसकी रेंज 300 मीटर से लेकर 3.5 किमी तक है. 

- इसके साथ ही रूस BM-21 का भी इस्तेमाल कर रहा है. ये मल्टीपल लॉन्च रॉकेट सिस्टम (MLRS) है, जिसे ट्रक पर माउंट किया जाता है. इससे 20 सेकंड में 40 राउंड फायर होते हैं, जिससे 500 मीटर से 45 किमी की दूरी तक के टारगेट को हिट कर सकता है. 

9. लड़ाकू विमान

- यूक्रेन के खिलाफ जंग में रूस लड़ाकू विमानों और हेलीकॉप्टरों का भी इस्तेमाल कर रहा है. इन विमानों से रूस की सेना यूक्रेन के सैन्य ठिकानों और इमारतों पर बमबारी कर रही है. इन विमानों से हवा से जमीन में मार करने वाली मिसाइलें छोड़ी जा रहीं हैं. इसके साथ ही रूस पर कीव में अटैक और ट्रांसपोर्ट हेलीकॉप्टर Mi-8 का इस्तेमाल करने का भी आरोप है.

10. तोपें और मोर्टार

- यूक्रेन से जंग में रूस सोवियत काल में बने हथियारों का भी इस्तेमाल कर रहा है, जिनमें तोपें शामिल हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक, रूस इस युद्ध में 27 Malka, 230mm हॉवित्जर का इस्तेमाल कर रहा है. इसका इस्तेमाल यूक्रेन के सैन्य वाहनों को तबाह किया जा रहा है. इसके साथ ही 240mm हेवी सेल्फ-प्रोपेल्ड मोर्टार का इस्तेमाल बड़ी बिल्डिंग्स को टारगेट करने के लिए किया जा रहा है.

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