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Zaporizhzhya Nuclear Power Plant Seized by Russia: रूस ने यूक्रेन के जेपोरीजिया न्यूक्लियर पावर प्लांट पर कब्जा कर लिया है. यूक्रेन की मीडिया ने इस बात की जानकारी दी है. इससे पहले गुरुवार से ही इस न्यूक्लियर पावर प्लांट पर रूस की सेना लगातार हमले कर रही थी. इस जंग में ये दूसरा न्यूक्लियर पावर प्लांट है, जिस पर रूस ने कब्जा किया है. इससे पहले पिछले हफ्ते रूसी सेना ने चेर्नोबिल न्यूक्लियर पावर प्लांट (Chernobyl Plant) पर कब्जा किया था.
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की (Volodymyr Zelensky) का कहना है कि अगर कोई धमाका होता है तो पूरा यूरोप खत्म हो जाएगा. यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा (Dmytro Kuleba) ने ट्वीट कर कहा है कि अगर यहां धमाका हुआ तो चेर्नोबिल में जो परमाणु हादसा हुआ था, उससे भी 10 गुना ज्यादा बड़ा हादसा होगा.
जेपोरीजिया न्यूक्लियर पावर प्लांट पर रूस की ओर से लगातार बमबारी की जा रही थी. अभी तक तो यहां से रेडिएशन लीक की बात नहीं कही जा रही है, लेकिन बमबारी में प्लांट की यूनिट 1 डैमेज हो गई है, जिसे ठीक किया जा रहा है.
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4 प्वॉइंट में समझें कितना बड़ा खतरा
1. प्लांट की यूनिट नंबर 1 डैमेज
- जेपोरीजिया न्यूक्लियर प्लांट के प्रवक्ता एंड्री तुज ने बताया कि वो (रूस) जहां-जहां बम गिरा सकते थे, वहां-वहां बम गिराए हैं, जिसमें रिएक्टर यूनिट्स भी शामिल हैं.
- यहां 6 रिएक्टर हैं. इस प्लांट की पावर यूनिट नंबर 1 बुरी तरह डैमेज हो गई है, जिसकी मरम्मत की जा रही है. यूनिट नंबर 2 और 3 को नेटवर्क से डिसकनेक्ट कर दिया गया है और यहां न्यूक्लियर इंस्टॉलेशन को ठंडा किया जा रहा है.
- प्लांट की यूनिट नंबर 4 ही अभी चालू है, जिससे 690 मेगावॉट बिजली पैदा हो रही है. वहीं, यूनिट नंबर 5 और 6 में भी न्यूक्लियर इंस्टॉलेशन को ठंडा किया जा रहा है.
2. अमेरिका से लेकर यूरोप तक हलचल
- जेपोरीजिया न्यूक्लियर पावर प्लांट पर रूसी हमले के बाद से ही दुनियाभर में हलचल है. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की (Volodymyr Zelensky) से बात की है.
- ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन (Boris Johnson) ने भी यूक्रेनियन राष्ट्रपति जेलेंस्की से फोन पर बात की है. बोरिस जॉनसन ने प्लांट पर हमले को लेकर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) की इमरजेंसी मीटिंग भी बुलाई है.
3. न्यूक्लियर एजेंसियां अलर्ट पर
- प्लांट पर हमले के बाद न्यूक्लियर एजेंसियां भी अलर्ट मोड में आ गई हैं. इंटरनेशनल एटोमिक एनर्जी एजेंसी (IAEA) लगातार यूक्रेन के अधिकारियों से संपर्क में बनी हुई है.
- इसके साथ ही IAEA ने इमरजेंसी टीम को भी अलर्ट में रहने को कहा है. इसी बीच IAEA के डीजी राफेल एम ग्रोसी एक प्रेस कॉन्फ्रेंस भी करेंगे.
- यूक्रेन में भी न्यूक्लियर एजेंसियां अलर्ट पर हैं. यूक्रेन की न्यूक्लियर रेगुलेटर कमेटी SNCU एक्टिव हो गई है. उसके वैज्ञानिक पावर प्लांट के मैनेजमेंट के साथ संपर्क में बने हैं.
4. पूरा यूरोप खतरे में
- यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की का कहना है कि अगर धमाका हुआ तो इतनी तबाही मचेगी कि उसे कैलकुलेट भी नहीं किया जा सके.
- उन्होंने ये भी कहा कि यूक्रेन में 15 न्यूक्लियर रिएक्टर्स हैं, अगर धमाका होता है तो ये सबका अंत होगा. पूरा यूरोप खत्म हो जाएगा. मतलब पूरे यूरोप से लोगों को निकालना पड़ेगा.
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रूस बॉर्डर से 450 किमी दूर
जिस परमाणु प्लांट पर रूस की सेना ने देर रात बमबारी की, वो प्लांट रूस की बॉर्डर से 466 किमी दूर है. जेपोरीजिया न्यूक्लियर प्लांट से रूस का रोस्तोव 466 किमी दूर है. रोस्तोव यूक्रेन की सीमा से सटा हुआ है.
26 साल पहले चेर्नोबिल में हुआ था हादसा, अब फिर वही खतरा
- जेपोरीजिया न्यूक्लियर पावर प्लांट पर रूस के हमले के बाद फिर से चेर्नोबिल हादसे की चर्चा होने लगी है. यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा का कहना है कि चेर्नोबिल में जो परमाणु हादसा हुआ था, उससे भी 10 गुना बड़ा हादसा हो सकता है.
- राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने भी चेर्नोबिल हादसे का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि चेर्नोबिल में तो एक ही रिएक्टर था, जेपोरीजिया में 6 रिएक्टर्स हैं. उनके कहने का मतलब था कि एक रिएक्टर ने भयानक तबाही मचाई थी, तो 6 रिएक्टर कितनी तबाही मचाएंगे.
- दरअसल, अप्रैल 1986 में चेर्नोबिल न्यूक्लियर प्लांट में हादसा हुआ था, जिससे रेडिएशन लीक हो गया था. इस हादसे में मारे गए लोगों का सही आंकड़ा तो कहीं मौजूद नहीं है. लेकिन न्यूज एजेंसी के मुताबिक, इस हादसे में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष तौर से 93 हजार लोग मारे गए होंगे.
क्यों अहम है जेपोरीजिया न्यूक्लियर प्लांट?
- जेपोरीजिया न्यूक्लियर पावर प्लांट को 1984 से 1995 के बीच बनाया गया था. ये यूरोप का सबसे बड़ा और दुनिया का 9वां सबसे बड़ा न्यूक्लियर पावर प्लांट है. न्यूज एजेंसी के मुताबिक, यूक्रेन में 25 फीसदी बिजली इसी पावर प्लांट से बनाई जाती है.
- पावर प्लांट में 6 रिएक्टर्स हैं. हर रिएक्टर्स से 950 मेगावॉट की बिजली पैदा होती है, जबकि संयुक्त रूप से कुल 5,700 मेगावॉट बिजली बनाई जाती है. इससे करीब 40 लाख घरों तक बिजली पहुंचती है.
- ये पावर प्लांट यूक्रेन की Dnieper नदी के पास बसे Enerhodar शहर में स्थित है. ये प्लांट डोनबास प्रांत से 200 किमी और राजधानी कीव से 550 किमी दूर है.