scorecardresearch
 

Russia-Ukraine War: जेलेंस्की ने पुतिन के सामने रखा बातचीत का प्रस्ताव, इजरायल के PM से की मध्यस्थता की अपील

यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने यरुशलम में पुतिन से मिलने का प्रस्ताव रखा है. साथ ही उन्होंने कहा कि उन्होंने इजरायल के प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट को मध्यस्थ के रूप में कार्य करने की अपील की है.

Advertisement
X
zelensky
zelensky
स्टोरी हाइलाइट्स
  • रूस और यूक्रेन के बीच अब भी जारी है जंग
  • कीव पर ढीला पड़ रहा रूसी शिकंजा

रूस यूक्रेन युद्ध के बीच अब भी जंग जारी है और 17वें दिन भी रूस की तरफ से बमबारी जारी रही. जवाब में यूक्रेन ने भी रूस को भारी नुकसान पहुंचाने का दावा किया है. इस बीच राजधानी कीव पर रूसी शिकंजा ढीला पड़ता जा रहा था, लेकिन आधी रात को हुए सिलसिलेवार धमाकों ने कीव को फिर से दहला दिया. वहीं अमेरिका की ओर से रूस पर पाबंदियां लगाने का दौर जारी है. 

Advertisement

इस बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने यरुशलम में पुतिन से मिलने का प्रस्ताव रखा है. जेलेंस्की ने कहा कि उन्होंने इजरायल के प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट को मध्यस्थ के रूप में कार्य करने की अपील की है. इसके अलावा जेलेंस्की ने कहा कि मेलिटोपोल के अपहृत मेयर जिंदा हैं. किडनैपर उन्हें प्रताड़ित कर रहे हैं.

साथ ही जेलेंस्की ने बड़ा बयान देते हुए कहा है कि अगर रूस हजारों सैनिक लेकर आ जाएगा, अगर उसके हजारों टैंक दाखिल हो जाएंगे, तो कीव पर वो अपना कब्जा कर सकता है. लेकिन जेलेंस्की ने जोर देकर कहा है कि रूस का कीव पर कब्जा तभी संभव है, जब वो इसे तबाह कर देगा. राष्ट्रपति ने कहा है कि इस युद्ध की वजह से रूस को कई दशकों में सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है. उनके मुताबिक इस युद्ध ने रूस को कई साल पीछे कर दिया है.

Advertisement

बता दें कि आज ही रूसी मीडिया ने दावा किया है कि यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की हर मुद्दे पर बातचीत करने को तैयार हैं. पहले ही तीन दौर की बातचीत हो चुकी है, ऐसे में रूस के इस दावे को सकारात्मक रूप में लिया जा रहा है. उधर, अमेरिका ने रूस की घेराबंदी के लिए 12 हजार फौजी भेज दिए हैं. वहीं यूक्रेन के Lutsk में रूसी सेना ने गोलीबारी की. इसमें 4 सैनिकों की मौत हो गई, जबकि 6 लोग घायल हो गए.

मस्जिद पर हमला, तुर्की के कई नागरिक फंसे
यूक्रेन सरकार ने दावा किया है कि रूसी सेना ने मारियूपोल में एक मस्जिद पर हमला किया. उसकी तरफ से भारी गोलीबारी की गई है. जिस समय ये हमला हुआ तब वहां पर 80 लोगों ने शरण ले रखी थी. उसमें ज्यादातर तुर्की के नागरिक थे, जिन्होंने खुद को बचाने के लिए मस्जिद का सहारा लिया था. इस लिस्ट में 34 बच्चे भी शामिल हैं. अभी तक उनका रेस्क्यू संभव नहीं हो पाया है. बातचीत भी नहीं हो पा रही है.

 

Advertisement
Advertisement