रूस-यूक्रेन के बीच जारी युद्ध थमने का नाम नहीं ले रहा है. इसी बीच रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने एक नया ऐलान कर दिया है. पुतिन ने कहा कि रूस अब गैर मित्र देशों को रूबल लेकर ही गैस बेचेगा, जिसमें यूरोपीय संघ (EU) के सभी सदस्य शामिल हैं. पुतिन ने कहा कि वह रूस के खिलाफ खड़े लोगों को अब डॉलर और यूरो में गैस नहीं देंगे.
यूक्रेन पर आक्रमण के चलते तमाम देशों ने रूसी प्रॉपर्टी को सीज कर दिया है. इसके जवाब में पुतिन ने यह कदम उठाया और कहा है कि संबंधित देशों ने उनके भरोसे को तोड़ा है.
यूरोप की कुल खपत में रूसी गैस की हिस्सेदारी लगभग 40% है और रूस से यूरोपियन यूनियन के गैस आयात में इस साल अब तक एक दिन में 200 मिलियन से 800 मिलियन यूरो (880 मिलियन डॉलर) का उतार-चढ़ाव आया है. संभावना है कि करेंसी में बदलाव उस व्यापार में हलचल मचा सकता है. बुधवार को ही कुछ यूरोपीय और ब्रिटिश थोक गैस की कीमतों में लगभग 15-20% का इजाफा हो गया.
पुतिन ने कहा कि आने वाली मुद्रा को रूसी करेंसी रूबल में कैसे बदला जाए, इसका हल निकालने के लिए सरकार और केंद्रीय बैंक को एक सप्ताह का समय दिया था. अब गैस कंपनी को भी कॉन्ट्रैक्ट में संबंधित बदलाव करने का आदेश दिया जाएगा.
बता दें कि 24 फरवरी से रूस और यूक्रेन के बीच जंग जारी है. रूस ने यूक्रेन में अपनी कार्रवाई को 'विशेष सैन्य अभियान' कहा है. यूक्रेन और उनके पश्चिमी सहयोगी देश इसे युद्ध के लिए रूस का एक निराधार बहाना बता रहे हैं. यूक्रेन के समर्थन में अमेरिका समेत नाटो और यूरोपियन यूनियन के देशों ने रूस पर कड़े आर्थिक प्रतिबंध लगा दिए हैं और पश्चिमी कंपनियों ने हमलावर देश में अपना कोराबार बंद कर दिया है.