रूस के मॉस्को में हुई विमान दुर्घटना का रूसी विशेषज्ञों द्वारा तालाश अभियान जारी है. पिछले सप्ताह हुई इस विमान दुर्घटना में 71 लोगों की मौत हो गई थी. विशेषज्ञों ने कहा कि इस दुर्घटना का कारण बर्फ हो सकती है. खराब मौसम के चलते विमान को गलत जानकारी प्राप्त हुई थी.
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Interstate Aviation Committee (आईएसी) ने कहा कि इस घटना का एक फैक्टर यह हो सकता है कि विमान के पिटोट ट्यूब (जिससे स्पीड का पता चलता है) में बर्फ के कारण पायलट को इंडिकेटर पर अपनी विशेष स्थिति और सही गति का ना पता चल पाया हो. उन्होंने कहा कि विमान के हीटिंग सिस्टम बंद थे.
पिछले रविवार को सारातोव एयरलाइन्स का अंतोनोव एएन-148 विमान ओर्स्क के लिए रवाना हुआ था और रैमेन्स्की जिले में क्रैश हो गया था. एक गांव में जलते विमान को आसमान से नीचे गिरते देखा गया था. विमान पर सवार सभी 71 लोग मारे गए थे. रूसी न्यूज एजेंसियों के मुताबिक विमान पर 65 यात्री और 6 क्रू मेंबर्स थे.
आईएसी ने कहा कि उन्होंने ऑनबोर्ड का विश्लेषण पूरा कर लिया है और अब उन्हें ब्लैक बोर्ड का विश्लेषण करने की जरूरत है, जिसमें उनकी बातचीत को रिकॉर्ड किया गया हो. वह यह भी बताएगा कि क्या स्पीड जांच में कुछ गलती हुई.
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बता दें कि 2008 में हुए फ्रांस विमान 447 की दुर्घटना के पीछे भी यही कारण बताया गया था कि विमान की स्पीड जांचने वाली पिटोट ट्यूब में बर्फ के कारण सही गति का पता नहीं चल पाया था. इस विमान दुर्घटना में 228 लोग मारे गए थे.
आपातकालीन कार्यकर्ता घनी बर्फ में रविवार को हुई इस दुर्घटना की जांच कर रहे हैं. आपात मंत्रालय ने कहा कि उन्होंने 1400 शरीर के अंगों और 500 विमान के टुकड़े बरामद किए.
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अथॉरिटी ने जांच को पूरा करने के लिए पीड़ितों के रिश्तेदारों से डीएनए नमूने ले लिए हैं. आपात मंत्रालय ने कहा कि मंगलवार को प्रभावित क्षेत्र से विमान मलबे को उठाना होगा.