ईरानी राष्ट्रपति के हेलिकॉप्टर क्रैश को 48 घंटे हो चुके हैं। ईरान में एक तबका इसे इजरायल की साजिश मानता है तो वहीं कुछ लोग इसे अमेरिका की साजिश करार दे रहे हैं. इस घटना की जांच के लिए ईरानी सेना के चीफ ऑफ स्टाफ मेजर जनरल मोहम्मद बघेरी ने एक हाई रैंकिंग प्रतिनिधिमंडल नियुक्त किया है. वहीं इस घटना के बाद ईरान को भारत और रूस समेत तमाम देशों की संवेदनाएं मिली हैं.
आज मंगलवार को तबरीज शहर में रईसी का अंतिम संस्कार करने का ऐलान किया गया है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने 4 युद्धक विमानों और बड़ी संख्या में सुरक्षा गार्डों के साथ ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी के अंतिम संस्कार में शामिल होने का फैसला किया है. हालांकि, रूस के विदेश मंत्रालय ने पुष्टि नहीं की है.
वहीं भारत ने भी एक दिवसीय राष्ट्रीय शोक का ऐलान किया है. और अब बताया जा रहा है कि भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ईरान की राजधानी तेहरान जा सकते हैं. हालांकि इसको लेकर अभी आधिकारिक ऐलान होना बाकी है.
बता दें कि ईरान में रविवार शाम पहाड़ी क्षेत्र में खराब मौसम की वजह से राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी का हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया था. इस हेलिकॉप्टर में विदेश मंत्री, गर्वनर और क्रू मेंबर्स समेत 9 लोग सवार थे. सभी लोगों की मौत हो गई. जब हादसा हुआ, उस समय रईसी अजरबैजान बॉर्डर पर एक कार्यक्रम में शामिल होकर लौट रहे थे. उनके काफिले में शामिल दो अन्य हेलिकॉप्टर सुरक्षित लौट आए. सोमवार को दुर्घटनाग्रस्त हेलिकॉप्टर का मलबा मिला.
ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने उपराष्ट्रपति मोहम्मद मोखबर (68 साल) को कार्यवाहक राष्ट्रपति बनाया है. मोखबर अधिकतम 50 दिन तक ही इस पद पर रह सकते हैं यानी उन पर इस अवधि के अंदर चुनाव कराए जाने की बड़ी जिम्मेदारी होगी.