रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) ने रविवार को फोन पर फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से चर्चा की. इस दौरान पुतिन ने कहा कि वह रूस, यूक्रेन और अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) के बीच किसी तीसरे देश में या वीडियो कॉल के जरिए त्रिपक्षीय बैठक के पक्ष में हैं, लेकिन यूक्रेन के चेर्नोबिल में नहीं. रूसी रक्षा मंत्रालय क्रेमलिन ने बताया कि पुतिन ने इस बैठक को उपयोगी बताते हुए इसका स्वागत किया है.
अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी के महानिदेशक ने यूक्रेन में परमाणु सुविधाओं की सुरक्षा को लेकर एक मैकेनिज्म पर काम करने के लिए चेर्नोबिल क्षेत्र में आईएईए-रूस-यूक्रेन के बीच एक त्रिपक्षीय बैठक का प्रस्ताव रखा है. इस पर टिप्पणी करते हुए पुतिन ने मैक्रों से कहा, यह विचार सामान्य रूप से उपयोगी हो सकता है, लेकिन टेलीकांफ्रेंस के माध्यम से या किसी तीसरे देश में ऐसी बैठक आयोजित करने पर विचार करना उचित रहेगा.
Russia-Ukraine War: क्या परमाणु युद्ध की तरफ बढ़ रही रूस और यूक्रेन की जंग?
बता दें कि रूसी सेना ने अब तक यूक्रेन के दो परमाणु ऊर्जा संयंत्रों जेपोरिजिया और चेरनोबिल को अपने नियंत्रण में ले चुकी है. उधर, यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की का कहना है कि रूस अब उनके तीसरे युज़्नौक्रेनस्क परमाणु संयत्र पर कब्जा करने की ओर बढ़ रहा है.
यूक्रेन पर पुतिन के आरोप
वहीं, क्रेमलिन ने बताया कि पुतिन ने अपने फ्रांसीसी समकक्ष से यह भी कहा कि यूक्रेन ने युद्ध क्षेत्रों से नागरिकों की निकासी को लेकर हमारे साथ हुए सीजफायर के समझौतों का पालन नहीं किया.
दोनों देशों के शासकों ने युद्ध क्षेत्रों से नागरिकों को निकालने के मुद्दे पर चर्चा की. व्लादिमीर पुतिन ने मैक्रों का ध्यान इस ओर खींचा कि कीव अभी भी इस तरह के दबाव वाले मानवीय मुद्दे पर बातचीत के समझौतों को लागू नहीं कर रहा है.
तीसरे परमाणु संयंत्र पर रूस की नजर
दरअसल, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने शनिवार को डोनेत्स्क के शहर मारियूपोल में सीजफायर किया था. इस दौरान ह्यूमन कॉरिडोर बनाया गया था. इसके जरिए वहां फंसे लोगों को निकाला जाना था. लेकिन रूस ने अब दावा किया है कि यूक्रेन ने सीजफायर का उल्लंघन किया है. वहां से लोगों को निकालने की बजाय उन पर गोलीबारी की है.