अमेरिका में चक्रवाती तूफान सैंडी की वजह से ट्रांसमिशन नेटवर्क पर असर पड़ने और कूलिंग सिस्टम को किसी खतरे से बचाने के लिए तीन परमाणु बिजली रिएक्टर को बंद कर दिया गया है.
पिछले साल जापान में फुकुशिमा परमाणु आपदा के कारण यहां के परमाणु संयंत्रों पर भी चिंता के बादल मंडरा रहे थे लेकिन अधिकारियों ने कहा कि इससे लोगों को कोई खतरा नहीं है.
न्यू जर्सी की मुख्य बिजली कंपनी पीएसईजी परमाणु ने डेलावर नदी के हनकाक्स ब्रिज स्थित सलेम एक इकाई को बंद कर दिया. बताया गया कि इसका समूचे जल प्रसार पंप पर असर पड़ा है.
न्यूयार्क के स्क्रीबा में नाइन माइल प्वाइंट इकाई वन और न्यूयार्क के ही बुकानेन में इंडियन प्वाइंट रिएक्टर को भी बंद कर दिया गया था.
बिजली कंपनी इंटर्जी ने कहा कि इंडियन प्वॉइंट संयंत्र को बाह्य इलेक्ट्रिक ग्रिड मामलों के कारण बंद किया गया.
देश के सबसे पुराना परमाणु संयंत्र ओयस्टर क्रीक संयंत्र को भी ‘अलर्ट’ पर रखा गया है. न्यूजर्सी के लेसी शहर में स्थित यह संयंत्र 43 साल पुराना है.
परमाणु नियामक संस्था ने कहा है कि तूफान के दौरान सभी संयंत्रों की निगरानी की गयी और इससे कोई खतरा नहीं था. परमाणु नियामक आयोग के प्रवक्ता नील शीहान ने कहा कि अभी सब कुछ नियंत्रण में है. किसी भी संयंत्र की आधारभूत संरचना को किसी तरह का नुकसान नहीं हुआ है.