केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने सोमवार को कहा कि सऊदी अरब सरकार ने भारत से पानी के जहाज द्वारा हज यात्रा को हरी झंडी दे दी है. उन्होंने कहा कि दोनों देशों के सम्बंधित अधिकारी आवश्यक औपचारिकताओं एवं तकनीकी पहलुओं पर काम शुरू करेंगे, जिससे आने वाले वर्षों में समुद्री मार्ग से हज यात्रा को दोबारा शुरू किया जा सके.
आधिकारिक बयान के मुताबिक रविवार को सऊदी अरब के मक्का में नकवी ने सऊदी अरब के हज एवं उमरा मंत्री डॉ. मुहम्मद सालेह बिन ताहिर बिनतेन के साथ हज-2018 के संबंध में द्विपक्षीय समझौते पर हस्ताक्षर किए. इस दौरान सऊदी अरब सरकार ने भारत से पानी के जहाज से हज यात्रा दोबारा शुरू किए जाने को हरी झंडी दे दी.
Saudi Arabia has given green signal for India’s decision to revive option of Haj pilgrimage through sea route also & officials from both countries will discuss on all formalities & technicalities so that Haj through sea route can be re-started in coming yrs. pic.twitter.com/ApTdoqBVTI
— Mukhtar Abbas Naqvi (@naqvimukhtar) January 8, 2018
नकवी ने कहा, हज यात्रियों का मुंबई से समुद्री मार्ग के जरिए जेद्दा जाने का सिलसिला 1995 में रुक गया था. हज यात्रियों को जहाज (समुद्री मार्ग) से भेजने पर यात्रा संबंधी खर्च काफी कम हो जाएगा. उन्होंने कहा कि नयी तकनीक एवं सुविधाओं से युक्त पानी के ये जहाज एक समय में चार से पांच हजार लोगों को ले जाने में सक्षम हैं. मुंबई और जेद्दा के बीच की दूरी 2,300 समुद्री मील है. एक तरफ की दूरी सिर्फ तीन-चार दिन में पूरी की जा सकती है, जबकि पहले पुराने जहाज से 12 से 15 दिन लगते थे.
मंत्री ने बताया कि पानी के जहाज से भी हज यात्रा को दोबारा शुरू किये जाने पर पिछले वर्ष पोत परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से उनकी बैठक हुई थी. नकवी ने कहा, पानी के जहाज से हज यात्रा शुरू करने के मुद्दे पर भारत और सऊदी अरब के अधिकारी सभी तकनीकी पहलुओं पर विस्तार से चर्चा करेंगे. हमारी कोशिश है कि आने वाले वर्षों में भारत से पानी के जहाज से हज यात्रा दोबारा शुरू की जा सके. उन्होंने कहा कि इस बार हज 2018 शत प्रतिशत डिजिटल/ऑनलाइन कर दिया गया है. भारत की इस पारदर्शी, सरल एवं डिजिटल हज व्यवस्था की सऊदी अरब सरकार ने सराहना की है.
बिना महरम पर हज पर जाएंगी महिलाएं
नकवी ने कहा, भारत से पहली बार मुस्लिम महिलाएं बिना 'मेहरम' (पुरुष रिश्तेदार) के हज पर जाएंगी. बिना मेहरम के हज पर जाने वाली महिलाओं के लिए सऊदी अरब में ठहरने के लिए अलग बिल्डिंगों एवं यातायात की व्यवस्था की गई है. इन महिला हज यात्रियों के सहयोग के लिए महिला हज असिस्टेंट रहेंगी.
For the first time, Muslim women from India will go to Haj without “Mehram” (male companion). Separate accommodation & transport has been arranged for these women Haj pilgrims in Saudi Arabia and women “Haj Assistant” will be deployed for their assistance. pic.twitter.com/FswUoPdl7D
— Mukhtar Abbas Naqvi (@naqvimukhtar) January 8, 2018
नकवी ने कहा कि 1300 से अधिक महिलाओं ने बिना मेहरम हज पर जाने के लिए आवेदन किया है. इन सभी को लॉटरी सिस्टम से बाहर रखकर हज पर जाने की व्यवस्था की जाएगी. नई हज नीति के तहत 45 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाएं चार या अधिक के समूह में बिना मेहरम के हज पर जा सकती हैं.