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सऊदी अरब ने नौकरी के क्षेत्र में किया बड़ा बदलाव! भारतीयों पर क्या होगा असर?

सऊदी अरब हर क्षेत्र की नौकरियों में अपने लोगों को अधिक अवसर देने पर जोर दे रहा है. यह क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के विजन 2030 का हिस्सा है. इसी क्रम में सऊदी ने एक फैसला लिया है जो काम की तलाश में सऊदी जाने वाले भारतीयों को भी प्रभावित करेगा.

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सऊदी अरब ने प्राइवेट सेक्टर की इंजिनियरिंग नौकरियों में आरक्षण की घोषणा की है (Photo- Reuters)
सऊदी अरब ने प्राइवेट सेक्टर की इंजिनियरिंग नौकरियों में आरक्षण की घोषणा की है (Photo- Reuters)

सऊदी अरब ने एक बड़ा फैसला लेते हुए प्राइवेट सेक्टर की इंजीनियरिंग की नौकरियों में अपने नागरिकों के लिए आरक्षण की घोषणा की है. किंगडम ने प्राइवेट इंजीनियरिंग नौकरियों में अपने नागरिकों के लिए 25 प्रतिशत आरक्षण लागू कर दिया है. रविवार को यह लागू हो गया जिसका मकसद सऊदी नागरिकों को नौकरी के अधिक से अधिक अवसर देना है.

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मानव संसाधन और सामाजिक विकास मंत्रालय की इस योजना के तहत माना जा रहा है कि इंजीनियरिंग क्षेत्र में सऊदी नागरिकों की संख्या में बढ़ोतरी होगी.

सऊदी अरब की सरकारी प्रेस एजेंसी, सऊदी प्रेस एजेंसी ने बताया कि नगरपालिका, ग्रामीण मामलों और आवास मंत्रालय के साथ मिलकर मंत्रालय ने इंजीनियरिंग नौकरियों में 25 प्रतिशत लोकलाइजेशन यानी स्थानीयकरण कोटा लागू किया है.

सऊदी प्रेस एजेंसी ने कहा, 'यह नीति सऊदी के पुरुषों और महिलाओं को नौकरी के और अधिक अच्छे अवसर देगी.'

यह नई नीति प्राइवेट सेक्टर की हर उस कंपनी को प्रभावित करेगी जिसमें पांच या पांच से अधिक इंजिनियर काम कर रहे हैं. सऊदी अधिकारियों ने साथ ही चेतावनी दी है कि नियम न मानने वाली कंपनियों को कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा.

क्राउन प्रिंस सलमान का 'विजन 2030'

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सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस अपने महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट 'विजन 2030' के तहत सऊदी अरब के हर क्षेत्र में आमूलचूल परिवर्तन कर रहे हैं. इसी क्रम में सऊदी अरब के विभिन्न क्षेत्रों में सऊदीकरण यानी नौकरियों में सऊदी के नागरिकों को प्राथमिकता देने पर भी जोर दिया जा रहा है.

विजन 2030 के तहत किंगडन का लक्ष्य सऊदी में बेरोजगारी को 7% तक लाना है. इसके तहत सऊदी अरब आय के स्रोतों में विविधता लाकर कच्चे तेल पर अपनी निर्भरता कम करना चाहता है.

सऊदी के नए कदम का भारतीयों पर प्रभाव

सऊदी अरब के प्राइवेट इंजीनियरिंग सेक्टर में आरक्षण का भारतीयों पर भी प्रभाव पड़ेगा क्योंकि हर साल बड़ी संख्या में भारतीय काम की तलाश में सऊदी का रुख करते हैं. नौकरी के लिए सऊदी अरब जाने वालों में स्किल्ड और सेमी-स्किल्ड कामगार शामिल होते हैं जिनमें इंजीनियर्स भी होते हैं.

साल 2022 में सऊदी अरब ने बताया था कि नौकरी के लिए किंगडम में आने वाले भारतीयों की संख्या में 5 गुना इजाफा हुआ है. साल 2022 में 1,78,630 भारतीय नौकरी के लिए सऊदी गए थे. अब सऊदी ने प्राइवेट इंजीनियरिंग नौकरियों में अपने नागरिकों के लिए आरक्षण की व्यवस्था कर दी है जिससे भारतीयों के लिए इस क्षेत्र में अवसर कम होंगे.

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