सऊदी अरब ने आतंकवाद पर काबू पाने के लिए 'नाटो' की तरह इस्लामिक देशों की एक सेना तैयार करने का प्रस्ताव दिया है.
एक पाकिस्तानी चैनल की खबर के मुताबिक ये प्रस्तावित मिलिट्री अलायंस किसी खास देश के खिलाफ नहीं होगा बल्कि आतंकवाद और आईएसआईएस जैसे संगठनों के से टक्कर लेने के लिए गठित किया जाएगा.
पाकिस्तान को इस प्रस्ताव की एक रूपरेखा तैयार करने का काम सौंपा गया है, जिसमें 34 मुस्लिम बहुल देश शामिल होंगे.
हाल ही में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और इसके सेना प्रमुख जनरल राहील शरीफ सऊदी अरब में हुए तीन दिवसीय संयुक्त सेना अभ्यास के साक्षी बने थे.
उत्तरी सऊदी अरब में हुए इस अभ्यास में 21 देशों की सेना ने हिस्सा लिया था, जिसमें उन्हें आतंकवाद से लड़ने के लिए तैयार किया गया और हमलों के दौरान लड़ने के बेहतर तौर-तरीके सिखाए गए थे.
फिलहाल ये साफ नहीं हो सका है कि इस अलायंल में सऊदी अरब का दुश्मन और शिया बहुल इरान शामिल होगा या नहीं.