कतर के साथ अपने रिश्ते तोड़ने वाले सऊदी अरब और उसके सहयोगियों ने ‘आतंकवाद’ के सिलसिले में कतर से जुड़े लोगों और संस्थाओं की एक सूची जारी की है.
सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, बहरीन और मिस्र इन सभी देशों ने बयान में कहा है कि यह सूची कतर से जुड़ी हुई है और कतर की नीतियों के दोहरेपन का संकेत देने वाले संदिग्ध एजेंडे दर्शाती है. इस सूची पर यकीन किया जाए तो इससे साफ हो जाता है कि कतर जो कि एक तरफ तो आतंकवाद से लड़ाई का ऐलान करता है, जबकि दूसरी ओर वह विभिन्न आतंकी संगठनों की फंडिंग, समर्थन और मेजबानी भी कर रहा है.
इससे पहले अमेरिका के विदेश मंत्रालय की एक रिपोर्ट के मुताबिक, सूची में कम से कम दो नाम ऐसे हैं, जिनको पहले ही आतंकवाद को फंड करने वालों की अंतरराष्ट्रीय सूची में शामिल किया गया था और इनके खिलाफ कतर ने कार्रवाई की थी. जबकि शुक्रवार को सऊदी अरब और इसके तीन सहयोगियों ने जो सूची जारी की उनमें भी ये दो व्यक्ति शामिल हैं, जिनका नाम साद अल काबी और अब्दुल लतीफ अल कवारी हैं बताया गया है.
उन्होंने कहा कि चार देश अपनी आतंकवाद की सूची में 59 व्यक्तियों तथा 12 संस्थाओं का नाम डालने पर सहमत हुए हैं.
उन्होंने पुष्टि की है कि ऐसे व्यक्तियों और समूहों पर कार्रवाई में कोई नरमी नहीं बरती जाएगी.