सविता हलप्पनवार के पिता ने आयरलैंड की सरकार से अपील की है कि उनकी बेटी की मौत की सार्वजनिक जांच की जाए. उन्होंने कहा कि अभी तक की जांच से परिवार खुश नहीं है.
सविता के पिता अनडप्पा यालगी ने कहा, 'हम आयरलैंड की सरकार से अपील करना चाहते हैं कि कृपया सार्वजनिक जांच पर विचार किया जाए. अब तक की प्रगति से हम खुश नहीं हैं. हम हेल्थ सर्विस एक्जीक्यूटिव (एचएसई) की जांच को नहीं समझते. इसलिए एक बार फिर मैं आयरलैंड की सरकार से कहता हूं कि सार्वजनिक जांच पर विचार करें.' उन्होंने अब तक की जांच की प्रगति पर असंतोष जाहिर किया.
खून विषाक्त हो जाने से 31 वर्षीय सविता की गालवे यूनिवर्सिटी अस्पताल में मौत हो गई. चिकित्सकों ने कथित रूप से यह कहते हुए उनका गर्भपात करने से इंकार कर दिया था कि 'यह एक कैथोलिक देश है.' सविता के पति प्रवीण हलप्पनवार के वकील गेरार्ड ओ डॉनेल ने भी कहा है कि अगर निष्पक्ष सार्वजनिक जांच नहीं होती है तो उनके मुवक्किल यूरोपीयन कोर्ट फॉर ह्यूमन राइट्स में जाने को तैयार हैं.
बहरहाल प्रवीण अपनी पत्नी के मेडिकल नोट के मालिकाना हक पर दावा करने के लिए ओम्बुड्समैन से शिकायत दर्ज कराने पर विचार कर रहे हैं. यह जानकारी उनके वकील ने दी. ओ डॉनेल ने कहा कि उन्हें प्रवीण से निर्देश मिला है कि ओम्बुड्समैन से निर्देश हासिल करें कि उनकी पत्नी के मेडिकल रिकार्ड पर उनका या गालवे यूनिवर्सिटी अस्पताल, किसका हक है.