scorecardresearch
 

बोस्‍टन विस्‍फोट: भारतीय मूल के छात्र पर शक बेबुनियाद

अमेरिका में बोस्टन मैराथन के दौरान हुए दोहरे बम विस्फोटों के मामले में सोशल मीडिया वेबसाइटों पर लापता भारतीय मूल के छात्र सुनील त्रिपाठी को गलती से हमलावर समझ लिया गया. बाद में यह बात बेबुनियाद निकली.

Advertisement
X

अमेरिका में बोस्टन मैराथन के दौरान हुए दोहरे बम विस्फोटों के मामले में सोशल मीडिया वेबसाइटों पर लापता भारतीय मूल के छात्र सुनील त्रिपाठी को गलती से हमलावर समझ लिया गया. बाद में यह बात बेबुनियाद निकली.

Advertisement

सोशल मीडिया के एक तबके में इसी बात को लेकर अटकलें लगाई जा रही थीं कि 22 साल का सुनील संदिग्ध हो सकता है. वह बीते 16 मार्च से लापता है.

दरअसल, इस अफवाह की शुरुआत शुक्रवार को उस वक्त हुई, जब बोस्टन पुलिस और एफबीआई ने दो संदिग्धों के वीडियो जारी किए. इसके बाद से ही सोशल मीडिया पर अटकलों का बाजार गर्म हो गया.

लापता भारतीय छात्रा ब्राउन विश्वविद्यालय में पढ़ाई कर रहा था. बोस्टन पुलिस की ओर से 2 चेचेन भाइयों को हमले का संदिग्ध बताए जाने के बाद सुनील के परिवार को राहत मिली.

संदिग्धों की बहन के घर पहुंची एफबीआई
इस बीच, एफबीआई ने बोस्टन मैराथन विस्फोट के संदिग्धों की बहन के न्यूजर्सी स्थित घर तक पहुंच चुकी. पश्चिम न्यूयार्क के पुलिस निदेशक ने बताया कि इस महिला ने अधिकारियों से कहा कि वह अपने भाइयों से नियमित संपर्क में नहीं थी. उसने कहा कि वह बहुत दुखी है. पुलिस ने उसका नाम जाहिर नहीं किया.

Advertisement

संदिग्ध के चाचा ने की आत्मसमर्पण की अपील
बोस्टन मैराथन के दौरान हुए दोहरे बम धमाकों के संदिग्धों के चाचा ने इनमें से एक फरार भतीजे से आत्मसमर्पण करने की अपील की. साथ ही उन्होंने कहा कि उनके भतीजों ने पूरे चेचेन समुदाय को शर्मसार किया है.

रूसलन सार्नी ने वाशिंगटन के बाहरी इलाके में स्थित अपने गांव मोंटगोमेरी में संवाददाताओं से कहा, ‘हमारा परिवार समझ नहीं पा रहा है कि पीड़ितों के प्रति कैसे संवेदना जताएं.’ उन्होंने कहा, ‘जाहिर तौर पर हम शर्मसार हैं. उसने हमारे परिवार को शर्मिंदा किया. उसने पूरे चेचेन समुदाय को शर्मिंदा किया.’ उन्होंने अपने एक फरार भतीजे से आत्मसमर्पण कर माफी मांगने की अपील की.

इस हमले के संदिग्ध दोनों भाइयों की पहचान तामरलान सारनाएव (26साल) और जोखर सारनाएव (19साल) के रूप में हुई है. गौरतलब है कि रूस में पैदा हुआ बड़ा भाई तामरलान मारा गया, जबकि किर्गिस्तान में पैदा हुआ जोखर भाग निकलने में सफल रहा.

Advertisement
Advertisement