प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बांग्लादेश के दौरे के पहले दिन शनिवार को बांग्लादेश के साथ कई अहम समझौतों पर हस्ताक्षर किए. बांग्लादेश की प्रधानमंत्री हसीना शेख ने कहा कि मोदी के बांग्लादेश आने से खुशी हुई है. आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं करेंगे. बस सेवा तो सिर्फ एक शुरुआत है. मोदी ने भी हसीना को शुक्रिया कहा.
पीएम मोदी के साथ बांग्लादेश के दौरे पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी थीं. ममता शनिवार देर रात ढाका से कोलकाता पहुंच गईं. ममता बनर्जी ने दोनों देशों के बीच हुए समझौते को शांतिपूर्ण और ऐतिहासिक करार दिया.
इससे पहले मोदी ने कहा, 'बांग्लादेश का भव्य स्वागत के लिए धन्यवाद. दो बस सेवाओं की शुरुआत की. दोनों देशों के लोगों के बीच संपर्क बढ़ेगा. बांग्लादेश के सुनहरे भविष्य की दुआ. बांग्लादेश के साथ इमोशनल रिश्ता, विकास के रास्ते पर मिलकर आगे बढ़ेंगे. धर्म, संस्कृति दोनों देशों को जोड़ते हैं. सीमा समझौते पर दोनों देशों को फायदा पहुंचेगा. सुरक्षित जमीन से ज्यादा सुरक्षा मिलेगी. बांग्लादेश के विकास से एशिया को फायदा पहुंचेगा.'
भारत और बांग्लादेश के बीच 41 साल पुराने जमीन विवाद को लेकर भी सहमति बनी.
इस सहमति से भारत के हिस्से की कुछ जमीन बांग्लादेश को और बांग्लादेश के
हिस्से की कुछ जमीन भारत को मिलेगी, जिससे दोनों देशों का नक्शा बदला जाना
तय है. दोनों देशों ने लैंड बाउंड्री एग्रीमेंट पर साइन किए. इस समझौते के तहत बांग्लादेश को करीब 17 हजार एकड़ जमीन मिलेगी, जबकि भारत को 7 हजार एकड़ जमीन मिलेगी. इसके साथ ही इस समझौते से 162 एनक्लेव के लोगों को पहचान मिलेगी.
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बांग्लादेश के दौरे पर शनिवार सुबह ढाका पहुंचे. पीएम मोदी के स्वागत के लिए बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना भी एयरपोर्ट पर पहुंचीं. ढाका एयरपोर्ट पर पीएम नरेंद्र मोदी का राजकीय सम्मान हुआ. गार्ड ऑफ ऑनर के दौरान एयरपोर्ट पर मौजूद बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना ने मोदी का भव्य स्वागत किया.
बस सेवा की शुरुआत
मोदी और हसीना ने
कोलकाता और अगरतला के बीच ढाका होते हुए एक बस सेवा की शुरुआत की. दोनों देश रेल संपर्क को
मजबूत करने, खास कर 1965 से पहले से अस्तित्व में रहे रेल संपर्कों को
पुनर्जीवित करना चाहते हैं. दोनों देश एक तटीय जहाजरानी समझौते पर
हस्ताक्षर करेंगे ताकि भारत से आने वाले छोटे पोत बांग्लादेशों के विभिन्न
बंदरगाहों पर लंगर डाल सकें. अभी इन पोतों को सिंगापुर हो कर जाना पड़ता
है. भारत बांग्लादेश में बंदरगाहों की स्थापना में भारतीय कंपनियों की भागीदारी के लिए जोर देगा.
PM ने बांग्ला भाषा में ट्वीट करके कहा, 'थैंक यू'
एयरपोर्ट पर स्वागत के बाद पीएम ने ट्वीट करके बांग्लादेश की प्रधानमंत्री को धन्यवाद दिया. मोदी ने बांग्ला और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में ट्वीट किया. उन्होंने लिखा, 'गर्मजोशी से स्वागत के लिए प्रधानमंत्री शेख हसीना को धन्यवाद. मैं उम्मीद करता हूं कि यह यात्रा दोनों देशों के रिश्तों को मजबूत करेगी.'
বাংলাদেশ, আমি আমার সাথে ভারতের মানুষের ভালবাসা এবং শুভেচ্ছা নিয়ে আসছি।
— Narendra Modi (@narendramodi) June 6, 2015
Hello Bangladesh. I bring with me the affection & goodwill of the people of India.
— Narendra Modi (@narendramodi) June 6, 2015
প্রধানমন্ত্রী শেখ হাসিনা, উষ্ণ অভ্যর্থনার জন্য ধন্যবাদ। আমি একটি সুন্দর সফর আশা করছি, যা ভারত ও বাংলাদেশের সম্পর্ককে সুদৃঢ় করবে।
— Narendra Modi (@narendramodi) June 6, 2015
Thank you PM Sheikh Hasina for the warm welcome. I look forward to a very good visit that will strengthen ties between India & Bangladesh.
— Narendra Modi (@narendramodi) June 6, 2015
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PM मोदी ने मुक्ति संग्राम के शहीदों को दी श्रद्धांजलि
ढाका पहुंचने पर प्रधानमंत्री मोदी ने शहीद स्मारक गए और 1971 के बांग्लादेश मुक्ति संग्राम में अद्भुत वीरता का प्रदर्शन करने और बलिदान देने वाले सेनानियों को श्रद्धांजलि अर्पित की. इस दौरान सैन्य धुन बजाकर सेनानियों को नमन किया गया और मोदी ने स्मारक के समक्ष कुछ पल मौन खड़े होकर सम्मान प्रकट किया. सैन्य परंपरा के अनुरूप इस दौरान बांग्लादेश का झंडा फहराया गया और उसे आधा झुका दिया गया. भारतीय प्रधानमंत्री ने पुष्पचक्र अर्पित किया.
उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय शहीद स्मारक ढाका से 35 किलोमीटर उत्तर पश्चिम में सावर में स्थित है और इसका डिजाइन सैयद मैनुल हुसैन ने किया है. मोदी ने ट्वीट करके कहा, अपनी यात्रा की शुरूआत 1971 के मुक्ति संग्राम के शहीदों को नमन करके कर रहा हूं. इसके बाद वह बंगबंधु मेमोरियल म्यूजियम पहुंचे. बांग्लादेश के पहले राष्ट्रपति मुजीबुर रहमान की स्मृति में ये म्यूजियम बनाया गया है.
पीएम मोदी के इस दौरे में दोनों देशों के बीच कई अहम मुद्दे सुलझने की उम्मीद है. दोनों देशों के सीमा क्षेत्रों में बसे 44,000 लोगों को उनकी नागरिकता भी मिल जाएगी. चार दशक से अधर में लटके इस समझौते के साथ भारत-बांग्लादेश के बीच सीमा क्षेत्रों की अदला-बदली होगी.
PM मोदी ने किया ट्वीट, कहा- 'मजबूत होंगे रिश्ते'
पीएम मोदी ने बांग्लादेश रवाना होने से पहले ट्वीट करके कहा कि उनकी यह यात्रा दोनों देशों के आपसी रिश्ते को मजबूत करेगी.
Leaving for Bangladesh. This visit is going to strengthen the bond between our Nations, benefitting people of our countries & our region.
— Narendra Modi (@narendramodi) June 6, 2015
सीमा विवाद सुलझाना होगी प्राथमिकता
सीमा विवाद सुलझाने के अलावा प्रधानमंत्री की यात्रा का मकसद बांग्लादेश में भारत के खिलाफ तैयार हुए माहौल को फीका करना होगा. दोनों देशों को इस यात्रा से द्विपक्षीय संबंधों के नयी ऊंचाइयों तक पहुंचने और आर्थिक एवं व्यापार संबंधों की संभावना के दोहन करने की उम्मीद है. पीएम मोदी के पहले बांग्लादेश दौरे पर उनके भव्य स्वागत की तैयारियां की गई. सड़कों पर मोदी और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के विशाल कटआउट्स लगे हैं.
मोदी से पहले बांग्लादेश पहुंची ममता
ममता बनर्जी शुक्रवार रात ढाका पहुंच गईं. वे कोलकाता-ढाका-अगरतला बस सेवा की शुरुआत के लिए समारोह में शामिल होंगी. वह एक भूमि सीमा समझौते पर हस्ताक्षर भी करेंगी. दोनों देशों के पुराने संबंध और 1971 में हुए बांग्लादेश मुक्ति संग्राम में भारत की भूमिका को रेखांकित करने वाले बांग्लादेश के संस्थापक शेख मुजीबुर रहमान और पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के विशाल कटआउट्स भी सड़कों पर लगे हैं.
बांग्लादेशी नेताओं ने किया स्वागत
अवामी लीग के सांसद मोहम्मद मोनीरूल इस्लाम ने कहा, ‘प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा को लेकर हम सचमुच उत्साहित हैं. हम मानते हैं कि एलबीए पर हस्ताक्षर और कोलकाता-ढाका-अगरतला बस सेवा की शुरुआत से नया अध्याय आरंभ हुआ है. इस्लाम ने कहा कि मजबूत द्विपक्षीय संबंधों से आतंकवाद और कट्टरपंथ के खतरे से निपटने में भी मदद मिलेगी.