इराक की राजधानी बगदाद के व्यवसायिक इलाकों और देश के दक्षिणी हिस्सों में हुए विस्फोटकों से भरी कारों में हुए बम धमाकों में कम से कम 33 लोग मारे गए और दर्जनों घायल हो गए. ये विस्फोट तेजतर्रार शिया धार्मिक नेता द्वारा प्रधानमंत्री नोउरी अल-मलिकी की कड़ी आलोचना किए जाने के बाद हुए हैं. मुक्तदा अल- सद्र ने अपनी पूर्व घोषणा को भी दोहराया कि वह राजनीति से संन्यास ले रहे हैं.
मंगलवार को हुए इन विस्फोटों की तत्काल जिम्मेदारी अभी किसी संगठन ने नहीं ली है. लेकिन, शॉपिंग स्ट्रीट और बस स्टेशन आदि अल-कायदा से अलग हुए संगठन के निशाने पर रहे हैं. यह संगठन देश में शांति और सुरक्षा के सरकारी प्रयासों को नुकसान पहुंचाने की कोशिशों में लगा रहता है.
इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड लेवांट नामक इस संगठन ने पहले इसी तरह के हमलों की जिम्मेदारी ली है.
बगदाद में चार ऐसे ही विस्फोटों में कम से कम 17 लोग मारे गए थे और 49 अन्य घायल हो गए थे. इनमें से सबसे ज्यादा घातक हमला बस स्टेशन का था, जहां 7 लोग मारे गए थे और 18 घायल हो गए थे.
पुलिस का कहना है कि इसके साथ ही दक्षिणी शहर हिल्लाह में भी चार विस्फोट हुए थे. इन विस्फोटों में कम से कम 11 लोग मारे गए थे और 35 अन्य घायल हो गए थे. हिल्लाह बगदाद से 95 किलोमीटर दक्षिण की ओर स्थित है. हिल्लाह के बाद मुसय्यिब शहर में पार्किंग में खड़ी कार में बम विस्फोट होने से 5 नागरिकों की मौत हो गई थी और 13 घायल हो गए थे.
अल सदर ने आज भी राजनीति से संन्यास लेने की अपनी घोषणा को दोहराया. लेकिन, उन्होंने अपने अनुयायियों से अपील करते हुए कहा कि वे इराक के आगामी चुनावों में मतदान करें. उन्होंने इराक के वर्तमान शासकों को खून के प्यासे भेडि़ए बताया.