सेक्स तस्करी से जुड़े गैंग अब फेसबुक जैसी सोशल मीडिया साइट्स का इस्तेमाल जवान लड़कियों को लुभाकर उन्हें अपराध और वेश्यावृत्ति में धकेल रहे हैं. ये बयान बुधवार को यूरोपियन पोलिसिंग एजेंसी 'यूरोपोल' के मुखिया ने दिया. रॉब वेनराइट ने कहा कि सेक्स तस्कर ऐसा करने के लिए बच्चों की देखभाल और सफाई कर्मचारी के नकली विज्ञापन पोस्ट करते हैं, और फिर वेबचैट्स की मदद से अपने शिकार पर नजर रखते हैं.
पहले सेक्स तस्करों को शिकार फंसाने के लिए खुद जा जाकर मिलना पड़ता था और बात करनी पड़ती थी. लेकिन आज नई टेक्नोलॉजी के चलते वो सिर्फ बटन क्िलक करते ही 50 या उससे भी ज्यादा शिकार फंसा लेते हैं.
इनके मुताबिक इस 'कम खतरे, ज्यादा मुनाफे' वाला काम में ये क्रिमिनल गैंग्स सलाना 150 बिलियन डॉलर से भी ज्यादा की कमाई करते हैं. यूरोप के लगभग 5 लाख ऐसे शिकार
रोमनिया, बुल्गारिया, हंगरी, ब्रिटेन, जर्मनी, बेल्जियम और नीदरलैंड से हैं. वेनराइट अब इसे निपटाने के लिए दूसरे देशों की मदद लेकर इंटरनेशनल लेवल पर प्रयास करेंगे.