पाकिस्तान के पीएम नवाज शरीफ को शुक्रवार को उस वक्त शर्मिंदा होना पड़ा जब वाशिंगटन में उनके भाषण के दौरान एक प्रदर्शनकारी घुस आया. शरीफ अमेरिकी थिंक-टैंक यूएस इंस्टीट्यूट ऑफ पीस में भाषण दे रहे थे. तभी अचानक एक प्रदर्शनकारी खड़ा होकर बलूचिस्तान की आजादी के नारे लगाने लगा.
शरीफ पर लगाया लादेन से सांठगांठ का आरोप
शरीफ ने जैसे ही भाषण शुरू किया श्रोताओं में से प्रदर्शनकारी खड़ा हाथ में पोस्टर लेकर खड़ा हो गया. साथ ही दावा किया कि अल कायदा के मारे जा चुके सरगना ओसामा बिन लादेन से शरीफ के दोस्ताना रिश्ते थे.
शरीफ चौंके, पर कुछ कहा नहीं
शरीफ अपनी आंखों के आगे यह सब होता देख स्तब्ध रह गए. प्रदर्शनकारी को पकड़कर बाहर किया गया, लेकिन शरीफ ने न तो इस खलल पर कुछ कहा और न ही उस शख्स के आरोपों का ही कोई जवाब दिया.
शरीफ ने भारत पर मढ़े आरोप
शरीफ ने राष्ट्रपति बराक ओबामा से फटकार लगने के बावजूद अपना रवैया नहीं छोड़ा. उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) स्तर की वार्ता रद्द होने का आरोप भी भारत पर ही मढ़ा. यह वार्ता भारत की चेतावनी के बावजूद पाकिस्तानी NSA के अलगाववादियों से मुलाकात के चलते रद्द हो गई थी. शरीफ ने यह भी कहा कि यदि भारत ने सैन्य शक्ति बढ़ाई तो पाकिस्तान भी ऐसा करने को मजबूर होगा. हालांकि उन्होंने भारत से मजबूत रिश्ते रखने की प्रतिबद्धता भी जताई.
दशकों से है अलग बलूचिस्तान की मांग
पाकिस्तान के प्रांत
बलूचिस्तान को अलग करने की मांग कई दशकों से चली आ रही है. बलूचिस्तान में
घोर गरीबी है और यह पाकिस्तानी अलगाववादियों का गढ़ है.