बांग्लादेश से इस्तीफा देकर देश से निर्वासित शेख हसीना की वापसी को लेकर उनके बेटे ने बड़ी बात कही है. शेख हसीना के बेटे सजीब वाजेद ने मीडिया बातचीत में कहा कि, बांग्लादेश में लोकतंत्र बहाल होते ही शेख हसीना बांग्लादेश वापस लौट आएंगी. बांग्लादेश में सोमवार को शेख हसीना के नेतृत्व वाली सरकार के पतन के बाद देश भर में भड़की हिंसा की घटनाओं में कम से कम 232 लोग मारे गए.
कोटा विरोधी आंदोलन में 560 लोगों की मौत
गुरुवार को एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, कोटा विरोधी आंदोलन के बाद से मरने वालों की संख्या 560 हो गई है. विरोध प्रदर्शन पहली बार जुलाई के मध्य में शुरू हुआ था. अपने शासन के खिलाफ छात्रों के कई हफ्तों के उग्र विरोध प्रदर्शन के बाद हसीना ने प्रधान मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया और देश छोड़कर भाग गईं.
मंगलवार को 232 लोगों की मौत
प्रोथोम अलो अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक, हसीना के सत्ता से हटने के बाद बुधवार शाम तक कुल 232 लोगों की मौत की खबर है. इससे पहले, 16 जुलाई से 4 अगस्त तक सरकारी नौकरियों में कोटा प्रणाली को लेकर एक आंदोलन को केंद्र में रखते हुए हुई झड़पों में लगभग 328 लोग मारे गए थे. कुल मिलाकर, पिछले 23 दिनों में लगभग 560 लोग मारे गए थे. बुधवार तक लगभग 21 और लोग मारे गए. सबसे ज्यादा 232 लोगों की मौत मंगलवार को हुई. इनमें से कुछ की इलाज के दौरान मौत हो गई.
जेल से भाग गए कैदी
ग़ाज़ीपुर में मंगलवार को उच्च सुरक्षा वाली काशिमपुर जेल से करीब 209 कैदी भाग गए. कैदियों को भागने से रोकने के लिए जेल प्रहरियों ने गोलियां चलायीं. जेल सूत्रों ने बताया कि इस घटना में तीन आतंकवादियों सहित छह लोग मारे गए. पुलिस मुख्यालय ने सभी से पुलिस सदस्यों के साथ सहयोग करने का अनुरोध किया है ताकि वे अपने कार्यस्थानों में शामिल हो सकें.
हसीना के निष्कासन के बाद से देश में सुरक्षा संबंधी चिंताएं व्याप्त हो गई हैं क्योंकि सुरक्षा कर्मियों पर घातक हमलों की खबरों के बीच उनकी सुरक्षा को लेकर आशंकाओं का हवाला देते हुए पुलिस ने कामकाज बंद रखा है. इससे पहले बुधवार को, नवनियुक्त पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी) मोहम्मद मैनुल इस्लाम ने देश भर के पुलिस सदस्यों को 24 घंटे के भीतर अपने संबंधित कार्यस्थानों में शामिल होने का निर्देश दिया.
पिछले तीन दिनों से सड़क पर कोई ट्रैफिक पुलिस नहीं है. छात्र और अन्य स्वयंसेवी संगठनों के प्रतिनिधि लगातार तीन दिनों से राजधानी की सड़कों पर ट्रैफिक पुलिस के रूप में काम कर रहे हैं. इस बीच, हसीना की अवामी लीग के दो नेताओं को देश से भागने की कोशिश करते समय चुआडांगा में दर्शन आईसीपी चेक पोस्ट पर बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी) ने हिरासत में लिया.
राजशाही सिटी कॉरपोरेशन वार्ड पार्षद और राजशाही मेट्रोपॉलिटन अवामी लीग के महासचिव रजब अली को उनके सहयोगी जाकिर हुसैन के साथ देश से भागने का प्रयास करते समय चुआडांगा में दर्शन आईसीपी चेक पोस्ट पर बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी) ने हिरासत में लिया था.
बुधवार सुबह जब दोनों ने भारत में घुसने का प्रयास किया तो बीजीबी कर्मियों को संदेह हुआ. उन्हें हिरासत में लिया गया और पूछताछ की गई, जिसके दौरान उन्होंने देश से भागने की बात स्वीकार कर ली.