'जूताकांड' का शिकार बनने वाली राजनेताओं की सूची में पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ का नाम जुड़ गया है. शुक्रवार को जमानत की अवधि बढ़ाने के लिए सिंध कोर्ट गए मुशर्रफ को विरोध का सामना करना पड़ा. कोर्ट से बाहर आते वक्त उनपर एक अज्ञात व्यक्ति ने जूता फेंक दिया.
यह पहला मौका नहीं है जब मुशर्रफ पर जूता फेंका गया है. 2011 में भी एक युवक ने उनपर जूता फेंका था जब वह ब्रिटेन में एक सभा को संबोधित कर रहे थे.
कोर्ट कम्पलेक्स में उस वक्त अजीबोगरीब स्थिति पैदा हो गई जब वकीलों के एक ग्रुप ने मुशर्रफ के खिलाफ नारेबाजी की. यह देखकर मुशर्रफ के समर्थकों ने इसका विरोध किया. इस दौरान दोनों ही गुटों में बहस भी हुई.
इस बीच कराची के सिंध कोर्ट ने परवेज मुशर्रफ के जमानत की अवधि बढ़ा दी है. मुशर्रफ की जमानत ने 15 दिन के लिए बढ़ा दी गई है.
गौरतलब है कि पाक के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ को पाकिस्तान लौटने से महज दो दिनों पहले जमानत मिली थी. शुक्रवार को जमानत की मियाद खत्म हो रही थी इस कारण के मुशर्रफ कोर्ट गए हुए थे.
आतंकवाद निरोधी एक अदालत ने पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो की हत्या के संबंध में मुशर्रफ के खिलाफ 2011 में एक गिरफ्तारी वारंट जारी किया था. इस संबंध में मुशर्रफ गिरफ्तारी का सामना कर रहे हैं और वह लगभग पांच वर्षों से आत्म निर्वासन में जीवन बिता रहे थे. वह 24 मार्च को ही स्वदेश लौटे हैं.
चिदंबरम पर पत्रकार ने चलाया था जूता
जरनैल सिंह नाम के एक पत्रकार ने साल 2009 में गृहमंत्री चिदंबरम पर जूता दे मारा था. इस घटना की काफी निंदा हुई थी. जरनैल सिंह का कहना था कि मैं सिर्फ सिख दंगों से संबंधित मामले पर जवाब चाह रहा था. गृहमंत्री के जवाब के पर जरनैल सिंह को गुस्सा आ गया था और उसने प्रतिक्रिया स्वरूप अपना जूता चिदंबरम पर दे मारा. हालांकि पत्रकार ने बाद में अपनी गलती मारी थी.
शरद पवार को युवक ने मारा था थप्पड़
साल 2011 में दिल्ली में केंद्रीय कृषि मंत्री शरद पवार को एक शख्स ने थप्पड़ मारा और पवार के साथ धक्कामुक्की भी की. पवार एनडीएमसी सेंटर में एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने गए पहुंचे थे. समारोह के दौरान एक हरविंदर सिंह नाम के इस शख्स ने पवार को थप्पड़ मारा.
जॉर्ज डबल्यू बुश पर फेंका गया था जूता
साल 2008 में बगदाद में तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति जॉर्ज डबल्यू बुश और इराक के प्रधानमंत्री नूर-अल-मलिकी संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस कर रहे थे तभी इराक के टीवी पत्रकार मुंतज़िर अल ज़ैदी ने जूता बुश को दे मारा था, जिससे बुश ने अपने आप को बचा लिया था.