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पाकिस्तान में नहीं थम रहे अल्पसंख्यकों पर अत्याचार, पेशावर में सिख हकीम को गोलियों से भूना

पाकिस्तान में एक सिख हकीम की सरेआम गोली मारकर हत्या करने का मामला सामने आया है. पुलिस ने बताया कि पेशावर में सरदार सतनाम सिंह की कुछ अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी.

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मृतक सरदार सतनाम सिंह (फोटो-ट्विटर)
मृतक सरदार सतनाम सिंह (फोटो-ट्विटर)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • पाकिस्तान के पेशावर की घटना
  • गोली मारकर सिख हकीम की हत्या
  • हत्या के बाद मौके से फरार हमलावर

पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर अत्याचार थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. अब खबर है कि पेशावर में कुछ लोगों ने एक सिख की गोली मारकर हत्या कर दी. इसके बाद हमलावर वहां से भागने में भी कामयाब रहे. पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है और आरोपियों की तलाश में जुट गई है. 

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हमलावरों ने जिनकी हत्या की है उनका नाम सरदार सतनाम सिंह (खालसा) बताया जा रहा है. सतनाम एक सिख हकीम थे जो पेशावर की चारसड्डा रोड पर अपनी क्लीनिक चलाते थे. पुलिस ने बताया कि अज्ञात हमलावरों ने सतनाम सिंह की सरेआम गोली मारकर हत्या कर दी. उनके ऊपर हमलावरों ने चार गोलियां चलाई थीं, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई. 

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इस घटना के बाद पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और इलाके का घिराव भी किया, लेकिन बताया जा रहा है कि हमलावर वहां से भागने में कामयाब रहे हैं. हालांकि, सरदार सतनाम की हत्या क्यों की गई, इस बारे में अभी कोई जानकारी सामने नहीं आई है. पुलिस इस मामले की अलग-अलग एंगल से जांच कर रही है. आतंकवाद के एंगल से भी इसकी जांच की जा रही है.

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ये पहली बार नहीं है जब पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर अत्याचार की कोई खबर सामने आई है. वहां अक्सर इसी तरह अल्पसंख्यकों को प्रताड़ित किया जाता रहा है और उनकी हत्या भी की जाती रही हैं. 2017 की जनगणना के मुताबिक, पाकिस्तान में हिंदू सबसे बड़ा अल्पसंख्यक समुदाय है. उसके बाद दूसरे नंबर पर क्रिश्चियन हैं. जबकि, अहमदी, सिख और पारसी भी वहां अल्पसंख्यक हैं.

 

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