अमेरिकी न्याय विभाग अब सिखों और छह अन्य समुदायों के खिलाफ होने वाले घृणा अपराधों (हेट क्राइम) पर नजर रखना शुरू करेगा. अटार्नी जनरल एरिक होल्डर ने शुक्रवार को एक ब्लॉग पोस्ट में यह घोषणा की. सोमवार को छह सिखों की हत्या के मामले को एक साल पूरा होने के सिलसिले में यह घोषणा की गई है.
सिखों के अलावा हिंदू, बौद्ध, मारमोन, जेहोवा विटनेस और आथरेडोक्स ईसाई के खिलाफ घृणा अपराधों का पता लगाने को मंजूरी प्रदान की गई.
होल्डर ने कहा है ‘सोमवार को इस त्रासदपूर्ण घटना को एक साल हो जाएगा. इस विवेकहीन कार्रवाई में छह सिख श्रद्धालु सतवंत सिंह कालेका, परमजीत कौर, प्रकाश सिंह, रणजीत सिंह, सीता सिंह और सुवेग सिंह मारे गए थे.’
पिछले साल 5 अगस्त को एक बंदूकधारी ने ओक क्रीक स्थित गुरुद्वारे में प्रवेश कर अंधाधुंध गोलीबारी की थी. तब वहां ग्रंथी लॉबी में एकत्र थे और महिलाएं लंगर की तैयारी कर रही थीं. श्रद्धालुओं का आना-जाना जारी था. इस गोलीबारी में छह लोग मारे गए और एक पुलिस अधिकारी सहित छह अन्य घायल हो गए थे. पुलिस अधिकारी ओक क्रीक के लेफ्टिनेंट ब्रायन मरफी थे, जिनको दूसरे पीड़ितों की मदद के दौरान 12 गोलियां लगी थीं.
होल्डर ने कहा कि ओक क्रीक पर हमला सिर्फ इसलिए झकझोरने वाला नहीं है, क्योंकि यह भयावह था और इसमें छह लोगों की जान गई. यह हमला इसलिए झकझोरने वाला है क्योंकि यह एक धार्मिक स्थल पर हुआ, भाईचारे की जगह पर हुआ और सबसे बड़ी बात यह है कि यह हमला शांति स्थल पर हुआ.