सिंगापुर में चीनी मूल के एक रिटायर्ड लेक्चरर को नस्लीय भेदभाव करने पर पांच सप्ताह की जेल की सजा हो गई. लेक्चरर ने बीते साल जून महीने में आधे भारतीय मूल के व्यक्ति और उसकी आधी चीनी मूल की प्रेमिका पर के खिलाफ नस्लीय टिप्पणी की थी. इसको लेकर चीनी मूल के रिटायर्ड लेक्चरर को गुरुवार को पांच सप्ताह की जेल और छह हजार सिंगापुर डॉलर का जुर्माना लगाया गया है.
सिंगापुर के न्यूज एशिया ने बताया कि 61 वर्षीय टैन बून ली को पिछले महीने एक व्यक्ति की नस्लीय भावनाओं को ठेस पहुंचाने और अश्लील फिल्में रखने के दो आरोपों में दोषी ठहराया. रिपोर्ट में कहा गया है कि टैन को पांच सप्ताह की जेल और 6,000 सिंगापुरी डॉलर (4,450 अमेरिकी डॉलर) का जुर्माना लगाया गया है.
टैन ने एक अंतरजातीय जोड़े के लिए टिप्पणी की थी जिसमें, 26 वर्षीय देव प्रकाश भारत और फिलिपिंस मूल के और उनकी प्रेमिका जैकलिन सिंगापुर-चीनी-थाईलैंड मूल की हैं. अंतरजातीय जोड़े के खिलाफ टैन की टिप्पणी का एक वीडियो पिछले साल सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. टैन ने उनके रिश्ते को अपमानजनक टिप्पणी करते हुए कहा- "ऐसा अपमान, एक चीनी लड़की के साथ एक भारतीय व्यक्ति."
बाद में शर्मिंदा हुए चीनी मूल के रिटायर्ड लेक्चरर
हालांकि टैन बाद में इसको लेकर शर्मिंदा हुए. उन्होंने बाद में वीडियो जारी करते हुए कहा कि वह इसके लिए शर्मिंदा, अपमानित महसूस करते हैं और सिंगापुर में शख्स के साथ किए गए व्यवहार से आहत हैं. टैन ने बिना किसी पछतावे के नस्लवादी टिप्पणी करना स्वीकार किया. उन्होंने कहा कि उन्होंने महसूस किया कि अंतरजातीय संबंध वर्जित है. उन्होंने कहा कि कोई भी चीनी माता-पिता अपनी बेटियों के लिए नहीं चाहेंगे.
चीनी मूल के लेक्चरर के मोबाइल से मिले अश्लील वीडियो
इस मामले में जांच के दौरान पुलिस को टैन के मोबाइल फोन में 64 अश्लील वीडियो भी मिले. सिंगापुर में, जानबूझकर किसी व्यक्ति की धार्मिक या नस्लीय भावनाओं को ठेस पहुंचाने के दंड में तीन साल तक की जेल, जुर्माना या दोनों शामिल हैं, जबकि अश्लील फिल्में रखने वालों पर 40,000 सिंगापुर डॉलर तक का जुर्माना लगाया जा सकता है.