पठानकोट हमले को लेकर जांच कर रही पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई की शुरुआती रिपोर्ट में इस बात के संकेत हैं कि पाकिस्तान से छह आतंकवादी भारत की सीमा में घुसे थे. भारत सरकार की ओर से सौंपे गए सबूतों पर कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान की सरकार और सेना दोनों का रवैया एक जैसा है.
पाकिस्तानी समाचार वेबसाइट 'द न्यूज' की एक रिपोर्ट के मुताबिक, 'पटानकोट हमले के सबूतों पर कार्रवाई करते हुए आईएसआई ने इससे जुड़े कई आरोपियों को गिरफ्तार किया है.' रिपोर्ट में एक सीनियर अधिकारी के हवाले से कहा गया है कि भारत ने पठानकोट हमले के जो सबूत पाकिस्तान को सौंपे थे वहां की सरकार ने उन्हें सिर्फ आईएसआई से साझा किया है, बाकी किसी खुफिया एजेंसी से नहीं.
'सबूतों के आधार पर कार्रवाई कर रही है ISI'
सूत्रों के मुताबिक, 'दिल्ली से जो सबूत उपलब्ध कराए गए हैं उनके आधार पर आईएसआई कार्रवाई कर रही है और प्रतिबंधित आतंकी संगठन के कई अहम सदस्यों को गिरफ्तार किया है. इस मामले में जांच और सर्च ऑपरेशन लगातार जारी है.' सरकार से जुड़े अधिकारियों ने इस बात की जानकारी दी है कि आईएसआई की शुरुआती रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि पठानकोट हमले में मारे गए सभी छह आतंकी पाकिस्तान से भारत की सीमा में घुसे थे. अब विस्तृत जांच में आईएसआई के अलावा अन्य खुफिया एजेंसियां भी शामिल होंगी जिससे सच सामने आएगा.
'जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े हैं गिरफ्तार लोग'
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री कार्यालय के मुताबिक, पठानकोट आतंकी हमले से कनेक्शन होने के आरोप में जिन लोगों को गिरफ्तार किया है उनका संबंध आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद से है. गौर करने वाली बात ये है कि ऐसा लगातार कहा जाता रहा है कि जैश-ए-मोहम्मद के कई बड़े नेता सालों से पाकिस्तान की कानूनी एजेंसियों की कस्टडी में हैं.
'सिर्फ शक के आधार पर हुई गिरफ्तारी'
एक अधिकारी ने कहा कि शुरुआती जांच में ये बातें सामने आई हैं हालांकि सबूतों की गहराई में जाने पर असलियत सामने आएगी. उन्होंने कहा, 'इस मामले में जांच जारी है इसलिए ज्यादा कुछ कहना जल्दबाजी होगी. जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया है उन पर सिर्फ शक है. सबूत मिलने पर ही आगे कोई कार्रवाई होगी.'