अमेरिका में सदी का सबसे भीषण बर्फीला तूफान आया है. तूफान से सबसे ज्यादा प्रभावित देश के पूर्वी शहर हैं. बर्फबारी की वजह से वाशिंगटन बंद है. सड़कों पर एक से दो फीट तक बर्फ जमी है. मेट्रो और बस सेवाएं भी बंद कर दी गई हैं. तूफान की वजह से करीब 7600 फ्लाइट रद्द कर दी गई.
1922 में आया था ऐसा तूफान
अमेरिकी मौसम विभाग के डायरेक्टर लुईस यूसेलिनी ने बताया कि आधी सदी में वाशिंगटन ने जितनी बर्फ नहीं देखी होगी, इस वक्त उतनी बर्फ गिर सकती है. वाशिंगटन में इससे पहले 1922 में दो दिनों के भीतर 71 सेमी बर्फबारी हुई थी. फिलहाल कई इलाकों में 30 इंच तक बर्फबारी.
हिदायतः घरों से न निकलें
अगले दो दिन मौसम ऐसा ही बने रहने की आशंका है. 73 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से हवाएं चल रही हैं. इलाके के सभी स्कूल, कॉलेज बंद कर दिए गए हैं. कुछ सरकारी दफ्तर भी बंद रखे गए हैं. लोगों को भारी बर्फबारी की चेतावनी के मद्देनजर घरों से न निकलने और ड्राइविंग न करने की हिदायत दी गई है.
और अलर्टः कहां-कहां
टेनेसी, नॉर्थ कैलिफोर्निया, वर्जिनिया, नॉर्थ कैरोलिना, मैरीलैंड, पेनसिलवेनिया, कोलंबिया में आपातकाल का अलर्ट जारी किया गया है. वहीं, पांच राज्यों के 1000 शहरों में आपातकाल घोषित किया जा चुका है. व्हाइट हाउस ने नेशनल मेडल्स ऑफ साइंस और नेशनल मेडल्स ऑफ टेक्नोलॉजी एंड इनोवेशन सेरेमनी की तारीख आगे बढ़ा दी है. इस कार्यक्रम में राष्ट्रपति बराक ओबामा भारतीय मूल के वैज्ञानिक राकेश जैन को नेशनल मेडल ऑफ साइंस से सम्मानित करने वाले हैं.
ओबामा भी नहीं निकलेंगे बाहर
जबरदस्त तूफान की वजह से ओबामा के काफिले का रास्ता भी बदलना पड़ा. वह भारतीय समयानुसार शुक्रवार रात मिशिगन के डेट्रॉइट शहर से लौटने के बाद एंड्रूज एयरफोर्स बेस से व्हाइट हाउस जा रहे थे. लेकिन तूफान ने रास्ता रोक लिया. आखिरकार रास्ता बदलना पड़ा. शनिवार रात तक ओबामा खुद भी घर से बाहर नहीं निकलने वाले हैं.