scorecardresearch
 

'हम लोगों के नंबर ब्लॉक नहीं कर रहे', ईरान के बैन पर WhatsApp का बयान

सरकार के खिलाफ बढ़ता विरोध देख ईरान में इंटरनेट प्रतिबंधित कर दिया गया है. इसके साथ ही इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप को भी बैन कर दिया गया है. इस बीच व्हट्सएप का बयान भी सामने आया है. जिसमें कंपनी ने सरकार के बैन को मानने से साफ इनकार कर दिया है और यूजर्स को तकनीक का इस्तेमाल कर सर्विस देने की बात कही है.

Advertisement
X
ईरान में Whatsapp का सरकार के बैन को मानने से इनकार
ईरान में Whatsapp का सरकार के बैन को मानने से इनकार

ईरान में हिजाब के विरोध में उग्र प्रदर्शन हो रहे हैं. जिसमें कई लोगों की जान भी जा चुकी है. वहीं दर्जनों लोग घायल हैं. सरकार के खिलाफ बढ़ता विरोध देख ईरान में इंटरनेट प्रतिबंधित कर दिया गया है. इसके साथ ही इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप को भी बैन कर दिया गया है. इस बीच व्हट्सएप का बयान भी सामने आया है. जिसमें कंपनी ने सरकार के बैन को मानने से साफ इनकार कर दिया है और यूजर्स को तकनीक का इस्तेमाल कर सर्विस देने की बात कही है.

Advertisement

न्यूज एजेंसी के मुताबित व्हट्सएप ने कहा कि हम प्राइवेट तरीके से दुनिया को जोड़ने के लिए मौजूद हैं. हम लोगों के निजी तौर पर संदेश भेजने के अधिकार के साथ खड़े हैं. हम ईरान के लोगों के नंबर ब्लॉक नहीं कर रहे हैं. हम हमारे ईरानी दोस्तों को आपस में जोड़े रखने के लिए काम कर रहे हैं और हमारे पास तकनीकी तौर पर अपनी सेवा को चलाते रहने के लिए जो भी मुमकिन होगा, उसे हम संभव करेंगे.

क्यों हो रहा विरोध प्रदर्शन

बता दें कि ईरान में महसा अमिनी नाम की युवती को पुलिस ने गिरफ्तार किया था. पुलिस ने उन्हें महिलाओं के लिए ईरान के सख्त ड्रेस कोड के उल्लंघन के मामले में गिरफ्तार किया था. पुलिस का दावा है कि महसा की मौत हार्ट अटैक से हुई. जबकि अमिनी के परिवार का दावा है कि महसा बिल्कुल स्वस्थ थीं. पुलिस हिरासत में ही कुछ ऐसा हुआ, जिससे उसकी मौत हो गई. महसा की मौत के बाद ईरान में बवाल तेज हो गया. ईरान में हिजाब पहनने के सख्त कानून के बावजूद महिलाएं हिजाब उतारकर और कई जगहों पर हिजाब जलाकर अपना विरोध जता रही हैं.

Advertisement

2019 के बाद सबसे बड़े प्रदर्शन

ईरान में 2019 के बाद ये सबसे बड़े विरोध प्रदर्शन बताए जा रहे हैं, उस वक्त जनता ईंधन की कीमतों को लेकर सड़क पर उतरी थी. लेकिन इस बार बड़ी संख्या में महिलाएं शरिया कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रही हैं. महिला न सिर्फ विरोध में हिजाब जला रही हैं, बल्कि अपने बाल भी काट कर विरोध जता रही हैं.

शरिया कानून पर चलता है ईरान

गौरतलब है कि ईरान एक इस्लामिक देश है, जो शरिया कानून पर चलता है. ईरान में सात साल से ज्यादा की किसी भी लड़की को अपने बालों को कवर करने के बाद ही बाहर निकलने की अनुमति है. साथ ही इसी उम्र के बाद से लड़कियों को लंबे और ढीले कपड़े पहनने के लिए कहा जाता है. बीते पांच जुलाई को भी ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी ने हिजाब कानून लागू किया था, जो एक तरह की नई पाबंदी महिला और लड़कियों पर ईरान में लगाई गई है. अगर कोई इन नियमों को तोड़ता है तो उन्हें कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ता है. नियम तोड़ने वाले पर कई बार जुर्माना तो कई बार गिरफ्तारी भी कर ली जाती है.

Advertisement
Advertisement