अफ्रीकी देशों की यात्रा पर निकले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को प्रिटोरिया के बाद अब जोहांसबर्ग पहुंच गए हैं. वह वहां भारतीय समुदाय को संबोधित कर रहे हैं. भारतीय समयानुसार देर रात 11 बजे अपना संबोधन शुरू करते हुए पीएम ने लोगों का स्वागत किया और गुजराती में 'केम छो' बोलकर हाल चाल लिया.
जोहांसबर्ग में पीएम का संबोधन:
- यह महात्मागांधी की कर्मभूमि है.
- दक्षिण अफ्रीका पवित्र धरती है.
- आप भारतीय विरासत की संतान हैं.
- दक्षिण अफ्रीका ने मोहनदास को महात्मा बनाया.
- मूल्यों के लिए कष्ट झेलने वालों पर गर्व है.
- 16 साल की वलियम्मा को कौन भुला सकता है?
- प्रवासी भारतीयों ने अपने पूर्वजों की मेहनत से बहुत कुछ सीखा है.
- ये सत्याग्रह की जन्मभूमि है.
- वसुधैव कुटुम्बकम की भावना से हम जुड़े.
- होली, पोंगल दक्षिण अफ्रीका की संस्कृति को दर्शाते हैं.
- हिंदी, तमिल गुजराती दक्षिण अफ्रीका के समाज को मजबूत कर रहे हैं.
- हमारे पूर्वज दुख और गरीबी को सहकर आगे बढ़े.
- आपको देखकर अपने पूर्वजों की पीड़ा याद आती है.
- दक्षिण अफ्रीका को गले लगाने वाला भारत पहला देश था.
- 10 जुलाई 1991 को दक्षिण अफ्रीका के क्रिकेट से प्रतिबंध हटा था.
- आपके ढेरो सुझाव मुझे मिले.
- मैं अपने विचारों पर आपसे सुझाव मांगने आया हूं.
- मुझे अपनों के बीच आने का सौभाग्य मिला.
राष्ट्रपति जैकब जुमा से मुलाकात
इससे पहले शुक्रवार को दिन में उन्होंने दक्षिण अफ्रीकी राष्ट्रपति जैकब जुमा से मुलाकात की. इसके बाद साझा रूप से प्रेस को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि दक्षिण अफ्रीका और भारत नस्लीय अधीनता और औपनिवेशिक शासनकाल के खिलाफ एक साथ खड़ा है.
प्रधानमंत्री ने इस मौके पर कहा कि दक्षिण अफ्रीका उनके और उनके प्रतिनिधिमंडल के लिए घर जैसा अहसास रहा है. जैकब जुमा के साथ साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस में पीएम ने दक्षिण अफ्रीका को एक महान धरती बताया और अपनी यात्रा को दो महान नेता महात्मा गांधी और नेल्सन मंडेला को श्रद्धांजलि देने का एक अवसर करार दिया.
बिजनेस समिट को किया संबोधित
इंडिया-साउथ अफ्रीका बिजनेस समिट को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, 'दक्षिण अफ्रीका भारत का प्रमुख व्यापार और निवेश साझेदार है. हमारे बीच द्विपक्षीय व्यापार लगभग 380 फीसदी तक बढ़ गया है. दक्षिण अफ्रीका की कई कंपनियां भारत में अच्छा कारोबार कर रही हैं.'
प्रधानमंत्री ने आगे कहा, 'भारत वैश्विक अर्थव्यवस्था में आज एक चमकता सितारा है. हमें आज वैश्विक विकास के इंजन के तौर पर देखा जा रहा है. मेक इन इंडिया सबसे बड़ा बांड बनकर उभरा है.'
'भारत सबसे खुली अर्थव्यवस्था'
पीएम मोदी ने आगे कहा, 'हमें अपने व्यापार में विविधता लाने की ओर ध्यान देना चाहिए. मैं भारत में लगातार तीन 'पी' पब्लिक सेक्टर, प्राइवेट सेक्टर और पीपुल्स पार्टनरशिप की वकालत करता हूं. भारत आज दुनिया की सबसे खुली अर्थव्यवस्था में से एक है. हमने एफडीआई की व्यवस्था को काफी उदार बनाया है.'
'हमारे संघर्ष साझेदारी के लिए मजबूत आधार'
इससे पहले जैकब जुमा के साथ साझा बयान में प्रधानमंत्री ने कहा, 'हमारे संघर्ष हमारी सामरिक साझेदारी के लिए एक मजबूत आधार प्रदान करते हैं.' दोनों देशों के बीच कारोबार को बढ़ावा देने के बाबत उन्होंने कहा कि खनिज, खनन, रसायन और औषधि के क्षेत्र में हमारे आगे व्यापार और निवेश संबंधों का विस्तार करने की क्षमता है.
पीएम मोदी ने आगे कहा, 'हमारी क्षमता और व्यावसायिक शिक्षा के क्षेत्र में हमारी जरूरत, एक-दूसरे की पूरक है. दोनों देश इसका लाभ उठा सकते हैं.' प्रधानमंत्री ने बताया कि वह और जैकब जुमा बातचीत के दौरान अंतरराष्ट्रीय मुद्दों और उभरते वैश्विक चुनौतियों पर मिलकर काम करने के लिए सहमत हुए हैं.
Have agreed to expand&improve people to people contact between our two countries: South Africa President Jacob Zuma pic.twitter.com/ViCQHiJlQW
— ANI (@ANI_news) July 8, 2016
आतंकवाद का मुकाबला जरूरी
प्रधानमंत्री ने आतंकवाद को सबसे बड़ा वैश्विक चुनौती बताते हुए कहा कि यह हमारे लोगों की सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा है. मोदी ने कहा कि राष्ट्रपति जुमा और वह इस बात से सहमत हैं कि दोनों देशों को इस खतरे के खिलाफ अपने क्षेत्रों और दुनिया में सतर्क रहने और सक्रिय रूप से मुकाबला करने की जरूरत है.
इसके साथ पीएम मोदी ने एनएसजी सदस्यता के लिए भारत का समर्थन करने पर दक्षिण अफ्रीका और राष्ट्रपति जुमा का धन्यवाद किया.
Terrorism is another thing that puts safety of our people at risk: PM Modi pic.twitter.com/R3jfXre4q7
— ANI (@ANI_news) July 8, 2016