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चीन ने क्षेत्र में तनाव के बीच अपना एयरक्राफ्ट कैरियर समुद्र में उतारा

चीन ने विवादित दक्षिण चीन सागर में विस्तार को लेकर बढ़ी चिंताओं के बीच बुधवार को अपना पहला स्वदेशी एयरक्राफ्ट कैरियर (विमानवाहक पोत) को समुद्र में उतार दिया, जो यूक्रेन से खरीदे गए मौजूदा पोत के साथ शामिल होगा. इससे चीन की सैन्य क्षमता में बढ़ोतरी होगी.

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चीन का पहला स्वदेशी एयरक्राफ्ट कैरियर
चीन का पहला स्वदेशी एयरक्राफ्ट कैरियर

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चीन ने विवादित दक्षिण चीन सागर में विस्तार को लेकर बढ़ी चिंताओं के बीच बुधवार को अपना दूसरा एयरक्राफ्ट कैरियर (विमानवाहक पोत) को समुद्र में उतार दिया, जो यूक्रेन से खरीदे गए मौजूदा पोत के साथ शामिल होगा. इससे चीन की सैन्य क्षमता में बढ़ोतरी होगी.

चीन की सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ के मुताबिक चीन शिपबिल्डिंग इंडस्ट्री कॉर्पोरेशन (सीएसआईसी) के पूर्वोत्तर डालियान शिपयार्ड में प्रक्षेपण समारोह के दौरान 50,000 टन के इस नए विमानवाहक पोत को समुद्र में उतारा गया. चीनी सुरक्षा मंत्रालय ने कहा कि यह चीन का दूसरा विमानवाहक पोत है, जिसका अभी नाम नहीं रखा गया है. जहाज को लियाओनिंग, डालियान शिपयार्ड से पास के तट पर लाया गया था. विमानवाहक पोत कथित तौर पर लियाओनिंग से ज्यादा उन्नत होगा, जो 25 साल पहले निर्मित किया गया यूक्रेन से खरीदा नवीनीकृत सोवियत जहाज है.

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चीन ने अपने दूसरे विमानवाहक पोत का निर्माण कार्य नवंबर 2013 में शुरू किया था. डॉक का निर्माण मार्च 2015 में शुरू हुआ था. हालांकि विमानवाहक पोत के साल 2020 से पहले पूरी तरह सक्रिय होने की संभावना नहीं है. शिन्हुआ के मुताबिक इसको पानी में उतारना चीन की स्वदेशी विमानवाहक पोत डिजाइन एवं निर्माण करने की प्रक्रिया को रेखांकित करता है.

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