हाल ही में जारी एक नए ई-मेल से यह बात सामने आई है कि दुनिया के सबसे खूंखार आतंकी ओसामा बिन लादेन की हत्या के 11 दिन बाद, अमेरिकी सेना के विशेष अभियान अधिकारी ने अपने जूनियर सहयोगियों को आदेश दिया था कि वे लादेन के शव की हर तस्वीर नष्ट कर दें या उन्हें सीआईए के हवाले कर दें.
यह ई-मेल कंजर्वेटिव कानूनी समूह ज्यूडीशियल वॉच को मिला. इसमें दिखाया गया था कि अमेरिकी विशेष अभियान कमांड के प्रमुख एडमिरल विलियम मैक रावेन ने सैन्य अधिकारियों को 13 मई, 2011 को बताया था कि बिन लादेन के शव की तस्वीरें या तो सीआईए को भेज दी जानी चाहिए थी या फिर उन्हें पहले ही नष्ट कर दिया जाना चाहिए था.
बिन लादेन को पाकिस्तान में इस घटनाक्रम से 11 दिन पहले ही विशेष अभियान दल ने मार गिराया था. मैक रावेन का यह आदेश मीडिया द्वारा अमेरिकी सूचना की स्वतंत्रता कानून के तहत तस्वीरें व अन्य दस्तावेज मांगे जाने के 10 दिन बाद आया था.