यूएस, कनाडा और लैटिन अमेरिका के एयरस्पेस पर चीन के संदिग्ध जासूसी गुब्बारे दिखाई देने के बाद हड़कंप मचा हुआ है. चीन की इस हरकत के बाद दोनों देशों के बीच तनातनी और बढ़ गई है, लेकिन सवाल ये है कि जब अमेरिका को इन बैलून के बारे में पता चल गया है तो उसने बैलून को गिराया क्यों नहीं? क्या अमेरिका ने भी स्पाई बैलून का इस्तेमाल किया है?
अमेरिकी रक्षा मंत्रालय पेंटागन के प्रवक्ता ने बताया कि स्पाई बैलून मध्य अमेरिका के ऊपर देखा गया. हालांकि उन्होंने बैलून की लोकेशन नहीं बताई. पेंटागन का कहना है कि अमेरिका के एयरस्पेस में दिख रहे इस स्पाई बैलून ने अपना रास्ता बदल लिया है और अब इसे मध्य अमेरिका के पूर्व की तरफ देखा गया. पेंटागन ने यह भी बताया कि एक दूसरा चाइनीज गुब्बारा कनाडा के बाद लैटिन अमेरिका में भी देखा गया है.
पेंटागन के मुताबिक, मोंटाना के ऊपर देखे गए बैलून का आकार तीन बसों के बराबर है. अमेरिकी रक्षा मंत्रालय ने कहा कि इस स्पाई बैलून से लोगों को किसी तरह का खतरा नहीं है. अमेरिका बीते कुछ दिनों से अमेरिकी वायुक्षेत्र में देखे जा रहे इस बैलून को ट्रैक कर रहा है. अमेरिकी सैन्य विमानों के जरिए भी इस पर नजर रखी जा रही है.
अमेरिका ने नीचे क्यों नहीं गिराया बैलून?
अमेरिकी अधिकारी इस चाइनीज स्पाई बैलून को शूट कर नीचे गिराने पर विचार कर रहे थे. वहीं अमेरिकी रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन ने राष्ट्रपति जो बाइडेन को सलाह दी कि अगर स्पाई बैलून को नीचे गिराए गया तो उसका मलबा नीचे गिरेगा और उसमें जोखिम है. वहीं अन्य अधिकारी विचार कर रहे थे कि जब गुब्बारा मोंटाना के कम आबादी वाले क्षेत्र में था, उसी समय उसे गिरा दिया जाए. उनका मानना था कि ये गुब्बारा नागरिक विमानों से काफी ज्यादा ऊंचाई पर था, इसलिए अगर उसे गिराया जाए तो उससे नुकसान की संभावना कम होती.
अमेरिका ने क्या जवाब दिया?
अमेरिका में चीन का जासूसी बैलून दिखाई जाने के बाद अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने अपना चीन दौरा रद्द कर दिया है. वहीं चीन के विदेश मामलों के आयोग कार्यालय के डायरेक्टर यांग यी ने फोन पर एंटनी ब्लिंकन से बात की. चीन की ओर से कहा गया कि हम एक जिम्मेदार देश है, जो दूसरे देश की संप्रभुता और अखंडता का सम्मान करते हैं. हम किसी आधारहीन अटकलों और प्रचार को स्वीकार नहीं करते हैं. बीजिंग की ओर से कहा गया है कि अमेरिकी मीडिया और राजनेताओं ने 'चीन को बदनाम करने के बहाने' गुब्बारों वाली घटना का इस्तेमाल किया.
मोंटाना में स्पाई बैलून दिखने की वजह
अमेरिका ने गुरुवार को अपने एयरस्पेस में उड़ने वाले जासूसी गुब्बारों के बारे में खुलासा किया था. बाइडेन प्रशासन की ओर से कहा गया था कि हाल ही में मोंटाना के ऊपर 40 हजार फीट यानी 12 हजार मीटर से अधिक ऊंचाई पर उन्हें उड़ता हुआ देखा गया था.
अमेरिका का मोंटाना दरअसल कम आबादी वाला क्षेत्र हैं. यहां अमेरिकी एयरफोर्स का स्पेशल बेस भी है, जहां से इंटरकॉन्टिनेंटल मिसाइल ऑपरेट की जाती है. अमेरिका में इस तरह के तीन न्यूक्लियर मिसाइल क्षेत्र ही हैं, जिनमें से एक मोंटाना है. अमेरिकी अधिकारियों के मुताबिक चीन का यह जासूसी उपकरण इन संवेदनशील जगहों की जानकारी जुटाने में जुटा है. हाल के सालों में अमेरिका में कई बार स्पाई बैलून देखे गए हैं. लेकिन इस बार यह संदिग्ध चीनी स्पाई बैलून काफी समय से अमेरिकी वायुक्षेत्र में नजर आ रहा है, जिससे चिंता बढ़ गई है.
चीन ने क्यों भेजे स्पाई बैलून?
चीन ने दशकों से अपने क्षेत्र के पास जहाजों और जासूसी विमानों द्वारा अमेरिकी जासूसी के बारे में शिकायत की है. इससे बीते कई सालों से टकराव जैसे हालात बने हुए हैं. इस समय अमेरिका के ऊपर गुब्बारे क्यों उड़ाए गए, ये अभी तक स्पष्ट नहीं हुआ है. अमेरिका ने इसका खुलासा विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन की बीजिंग की यात्रा से कुछ ही दिन पहले किया है. साल 2018 में माइकल पोम्पियों की बीजिंग यात्रा के बाद किसी अमेरिकी विदेश मंत्री की ये पहली यात्रा थी.
क्या होता है spy balloon?
प्रथम विश्व युद्ध के दौरान स्पाई बैलून का काफी प्रयोग हुआ था. इसके अलावा कोल्ड वॉर के समय भी सोवियत संघ और चीन की खुफिया जानकारी इकट्ठा करने के लिए अमेरिका ने सैकड़ों गुब्बारे लॉन्च किए थे. हालांकि जब से मानव रहित ड्रोन और सैटेलाइट आ गए हैं, तबसे इनका उपयोग कम हो गया. ऐसा नहीं है कि ये बिलकुल प्रयोग नहीं होते, कई देश अभी भी जासूसी गुब्बारों का उपयोग करते हैं. पोलिटिको ने पिछले साल एक रिपोर्ट में बताया था कि पेंटागन उच्च ऊंचाई वाले इनफ्लैटेबल्स में निवेश का विस्तार कर रहा है. आधुनिक गुब्बारे आम तौर पर मानव रहित होते हैं, लेकिन इन्हें आगे बढ़ने में दिक्कत होती है. ये हवा की धाराओं के मुताबिक उड़ते हैं.