श्रीलंका के विभिन्न स्थानों पर रविवार को ईस्टर के दिन हुए सिलसिलेवार आत्मघाती हमलों की पूरी दुनिया ने कड़े शब्दों में निंदा की है. एक के बाद एक हुए 8 विस्फोटों में कम से कम 207 लोगों की मौत हो गई है और 400 से अधिक घायल हो गए हैं. भारत ने इन हमलों की कड़ी निंदा की है. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि भारत द्वीपीय देश के साथ एकजुट खड़ा है.
वहीं, भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा कि किसी भी प्रकार के आतंकवादी कृत्य को किसी भी तरह तर्कसंगत नहीं ठहराया जा सकता. श्रीलंका और मालदीव के लिए अमेरिकी राजदूत एलियाना बी. टेपलिट्ज ने ट्वीट में कहा, "आज श्रीलंका में हुए चेतनाशून्य हमलों से गहरा दुख हुआ. पीड़ितों और उनके परिवारों के साथ हमारी संवेदनाएं हैं. हम इस भयानक क्षण में श्रीलंका के लोगों के साथ खड़े हैं."
कोलंबो स्थित अमेरिकी दूतावास ने ट्विटर पर एक हेल्पलाइन नंबर भी शेयर किया है. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने सिलसिलेवार ट्वीट कर कहा कि उनका देश 'दुख की इस घड़ी में श्रीलंका के साथ पूरी एकजुटता के साथ खड़ा है.' खान ने ट्वीट किया, "हमारे श्रीलंकाई भाइयों के साथ मेरी गहरी संवेदनाएं हैं. पाकिस्तान इस दुख की घड़ी में श्रीलंका के साथ एकजुट खड़ा है."
वहीं, ब्रिटेन की प्रधानमंत्री थेरेसा मे और विपक्षी लेबर पार्टी के नेता जेरेमी कोर्बिन ने भी हमलों की निंदा की है. मे ने ट्विटर पर लिखा, "हमें यह सुनिश्चित करने के लिए एक साथ खड़े होना चाहिए कि किसी को भी कभी भी अपने धर्म का पालन डर के साए में न करना पड़े." यूरोपीय आयोग के अध्यक्ष जीन क्लॉड जंकर ने द्वीपीय देश में हुए विस्फोटों पर भय और दुख जताया. कोलंबो में स्थित फ्रांसीसी दूतावास ने अपने नागरिकों को सार्वजनिक स्थानों से दूर रहने को कहा है.
The acts of violence against churches and hotels in Sri Lanka are truly appalling, and my deepest sympathies go out to all of those affected at this tragic time.
We must stand together to make sure that no one should ever have to practise their faith in fear.
— Theresa May (@theresa_may) April 21, 2019
भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने ट्वीट किया, 'मैं कोलंबो में भारतीय उच्चायुक्त के साथ लगातार संपर्क में हूं. हम स्थिति पर करीब से नजर बनाए हुए हैं.' रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने श्रीलंका में हुए हमलों की निंदा की. रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि मॉस्को "आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में श्रीलंका का भरोसेमंद साझेदार बना रहेगा." उन्होंने कहा कि रूस के लोग "मृतकों के परिजनों के दुख में शामिल हैं और घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करते हैं." वहीं वेटिकन सिटी में पोप फ्रांसिस ने श्रीलंका में ईसाइयों को निशाना बनाकर किए गए हमले के बीच इस साल ईस्टर पर प्रार्थना की.