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श्रीलंका में राजनीतिक-आर्थिक संकट के बीच जनता को बेशुमार दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. देश में रसोई गैस, ईंधन के दाम बेतहाशा भाग रहे हैं. लोगों को बिजली कटौती का सामना करना पड़ रहा है. दरअसल श्रीलंका की सरकार के पास इतनी भी विदेशी मुद्रा नहीं है कि वो जरुरी सामानों का आयात कर सके.
कोलंबो में सब्जी बेच रहे एक दुकानदार ने कहा कि आम जनता की जिंदगी में निराशा है. उसे लगातार संघर्ष करना पड़ रहा है. ज्यादातर लोगों ने सब्जियों की खपत को पहले के मुकाबले कम कर दिया है. उन्होंने कहा कि सब्जियों की कीमत पिछले 2 महीनों में दो गुनी से भी ज्यादा हो गई है.
1 किलो की जगह 250 ग्राम टमाटर
कोलंबो की महिला लक्ष्मी ने बताया कि हमारी स्थिति बहुत खराब है, पहले हम सामान्य तौर पर 1 किलो टमाटर खरीदा करते थे, अब हमें 250 ग्राम में काम चलाना पड़ रहा है. सभी चीजें महंगी हो गई हैं, हमें खाने से समझौता करना पड़ रहा है.
100 रुपये में बिक रहा है एक आम
कोलंबो में एक और सब्जी विक्रेता ने कहा कि लोगों के तनख्वाह कम हो गए हैं. हमें कोई भविष्य नजर नहीं आता है. उन्होंने कहा, "जरा सोचिए, 5 छोटे आम की कीमतें 500 श्रीलंकाई रुपया है, हम जो भी कमाते हैं खाने में खर्च कर देते हैं." श्रीलंका में राजपक्षे परिवार को लेकर लोगों में गुस्सा है. लोग चाहते हैं कि सरकार से राजपक्षे कुनबा जल्द से जल्द बाहर हो.
आजादी के बाद का सबसे बड़ा संकट
श्रीलंका का हाल का संकट 1948 में आजादी के बाद का सबसे बड़ा संकट है. सरकार के पास विदेशी मुद्रा की ऐसी भयानक किल्लत हुई कि सरकार खाद्य पदार्थ, ईंधन का आयात ही नहीं कर सकी. श्रीलंका में 9 अप्रैल से लोग सड़क पर हैं और प्रदर्शन कर रहे हैं.
डीजल-केरोसीन खरीदने के लिए घंटों लाइन
श्रीलंका में लोगों को इंधन खरीदने के लिए पेट्रोल पंप पर घंटों इंतजार करना पड़ रहा है. श्रीलंका से आ रही तस्वीरों में लोगों को केरोसीन तेल, डीजल खरीदने के लिए घंटों में कतार में बैठे इंतजार करते हुए देखा जा सकता है. लोग अपने रोजाना का काम छोड़कर बदहवासी के आलम में सड़कों पर पेट्रोल-डीजल, रसोई गैस और केरोसीन के लिए 4 से 5 घंटे इंतजार कर रहे हैं.
10 घंटे तक बिजली की कटौती
भारत के इस पड़ोसी देश में तपती गर्मी में 10 से 12 घंटे की बिजली कटौती का सामना करना पड़ रहा है. सरकार के पास बिजली खरीदने के पैसे नहीं हैं. बिजली बचाने के लिए नगर निकाय स्ट्रीट लाइट तक को भी बंद रख रहा है.