श्रीलंका में हुए आतंकी हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन इस्लामिक इस्टेट (आईएस) ने ली है. रॉयटर्स ने अमाक न्यूज एजेंसी के हवाले से इस खबर की पुष्टि की. इस हमले में मृतकों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. मंगलवार को इस धमाके में मरने वालों का आंकड़ा 300 तक पहुंच गया है. रविवार को ईस्टर के मौके पर देश में 8 जगहों पर सिलसिलेवार रूप से बम धमाके हुए थे.
श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना ने कहा है कि उन्हें खुफिया विभाग की ओर से हमलों की चेतावनी का इनपुट नहीं मिला था. उन्होंने उम्मीद जताई है कि अगले 24 घंटों के भीतर देश के सुरक्षा बलों के प्रमुखों को बदला जाएगा.
धमाके में मरने वालों में 11 भारतीय भी शामिल हैं. 300 में से कुल 45 लोग विदेशी हैं, जिनकी मौत हुई है. श्रीलंका में आज संसद का विशेष सत्र बुलाया गया है, इस सत्र में मृतकों को श्रद्धांजलि दी जाएगी. आज ही देश में शोक दिवस भी मनाया जा रहा है.
Siyatha TV ने एक वीडियो जारी किया है. सीसीटीवी फुटेज में एक संदिग्ध बैग के साथ ईस्टर के दिन चर्च के पास नजर आ रहा है.
#WATCH Colombo: CCTV footage of suspected suicide bomber (carrying a backpack) walking into St Sebastian church on Easter Sunday. #SriLankaBombings (Video courtesy- Siyatha TV) pic.twitter.com/YAe089D72h
— ANI (@ANI) April 23, 2019
आपको बता दें कि जिन 11 भारतीयों की इस आतंकी हमले में मौत हुई है, उसमें कर्नाटक के रहने वाले दो जेडीएस कार्यकर्ता भी शामिल हैं. कर्नाटक के सीएम एच.डी. कुमारस्वामी ने ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी थी कि उनके 8 कार्यकर्ता श्रीलंका में लापता हैं, जिसमें से 2 की मौत की पुष्टि की जा चुकी है.
गौरतलब है कि ईस्टर त्योहार के मौके पर श्रीलंका की राजधानी कोलंबो, कैंडी समेत कई शहर में कुल 8 धमाके हुए थे. घायलों की संख्या 500 के करीब बताई जा रही है. श्रीलंका ने इस हमले को एक बड़ी चूक माना है और इसके लिए विदेशी आतंकियों को जिम्मेदार ठहराया है. श्रीलंका की सरकार की ओर से इस हमले का जिम्मेदार श्रीलंकाई मुस्लिम ग्रुप नेशनल तौहीद जमात (एनटीजे) को ठहराया गया है.
राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना ने इस बीच घोषणा की वे दूसरे देशों से सहयोग चाहते हैं 'क्योंकि खुफिया रिपोर्ट ने स्थानीय आतंकवादियों के साथ ही विदेशी आतंकवादियों के शामिल होने की बात कही है.'
बता दें कि रविवार को हमला होने के बाद सोमवार को भी खतरा बरकरार रहा. पेट्टा के मुख्य बस स्टेशन पर सोमवार को 87 डोटेनेटर पाए गए थे, जिससे क्षेत्र में हड़कंप मच गया था. इसके अलावा हवाई अड्डे के पास भी एक जिंदा बम मिला था.