दक्षिण पश्चिम चीन के सिचुआन प्रांत में शनिवार को आए 7.0 तीव्रता वाले भूकंप में अब तक कम से कम 152 लोगों की मौत हो चुकी है, और 3,000 से भी अधिक लोग घायल बताए जा रहे हैं. अधिकारियों ने यह जानकारी दी है.
समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने चीन के भूकम्प नेटवर्क सेंटर (सीइएनएसी) के हवाले से बताया है कि शनिवार प्रात: 8.02 बजे याआन शहर के लुशान क्षेत्र में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए. भूकंप का केंद्र 30.3 डिग्री उत्तरी अक्षांश एवं 103.0 डिग्री पूर्वी देशांतर में 13 किलोमीटर की गहराई में था. लुशान के प्रचार विभाग ने बताया कि भूकंप में 3,000 से भी अधिक लोग घायल हुए हैं.
लुशान के लोक सुरक्षा मंत्रालय ने कहा है कि बचाव कर्मियों ने भूकंप से ध्वस्त इमारतों के मलबे में से अब तक 49 घायलों को बाहर निकाल लिया गया है. बचाए गए लोगों में एक गर्भवती महिला सहित दो बच्चे भी शामिल हैं. शहर से 1,500 लोगों को सुरक्षित जगहों पर भेज दिया गया है.
भूकंप प्रभावित क्षेत्र में बिजली और पानी की आपूर्ति ठप हो गई है. लुशान क्षेत्र और लोंगमेन के पुराने शहरों में ज्यादातर इमारतें धवस्त हो चुकी हैं.
भूकंप के दौरान हुए भूस्खलन से क्षेत्र का सड़क मार्ग बाधित हुआ है और आवाजाही बंद हो गई है, जबकि कई वाहन विशाल पत्थरों की चपेट में आकर धवस्त हो चुके हैं. घायल मरीजों का लुशान के अस्पतालों में उपचार किया जा रहा है.
सीईएनसी के अनुसार दोपहर 12 बजे तक कुल 264 भूकंप के झटके महसूस किए गए, जिसमें से दो की तीव्रता 5.0 थी. प्रांतीय भूकंप विज्ञान ब्यूरो के अनुसार भूकंप के बाद आए झटकों में सबसे तेज झटके की तीव्रता 5.3 मापी गई. प्रात: 11.34 बजे आए इस झटके से लुशान और तिआनकान काउंटी के बीच सीमावर्ती इलाके बुरी तरह हिल उठे.
लुशान में बचाव अभियान के लिए 400 पुलिसकर्मी भेजे गए हैं, जबकि प्रांतीय दमकल विभाग के 1,400 से ज्यादा कर्मियों को बचाव कार्यो में लगाया गया है.
एक अधिकारी के अनुसार लोंगमेन और क्विं नग्रेन शहर भूकंप में सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं.
चीन के भूकंप प्रशासन (सीईए) ने कहा है कि भूकंप का केंद्र लोंगमेनशान क्षेत्र में स्थित था. वर्ष 1900 के बाद से अब तक इस क्षेत्र में अपने केंद्र के 100 किलोमीटर क्षेत्र के भीतर 5.0 तीव्रता या इससे अधिक तीव्रता वाले कुल 12 भूकंप आ चुके हैं. वर्ष 2008 में वेंचुआन में आया 8.0 तीव्रता का भूकंप सबसे भयावह था, जिसमें 87,000 लोगों की या तो मौत हो गई थी या लापता हो गए थे.
राष्ट्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार नियोजन आयोग ने आपात चिकित्सा व्यवस्था के तहत 180 चिकित्सकों के दल को राहत कार्य के लिए भेजा है.
सशस्त्र पुलिस बल अस्पताल से 19 चिकित्सकों वाला दूसरा चिकित्सा दल सर्जरी के उपकरण एवं 5,000 किस्म की दवाओं के साथ भूकंप प्रभावित इलाकों के लिए रवाना हुआ.
भूकंप प्रभावित इलाकों में 600 से भी अधिक बचावकर्मियों, 110 अग्निशमन वाहनों एवं छह खोजी कुत्तों को बचाव कार्य में लगाया गया है. बचाव कार्य के लिए 6,000 से भी अधिक सैनिकों एवं सशस्त्र पुलिसकर्मियों तथा कई वायुयानों को भेजा गया है. नागरिक मामलों के मंत्रालय ने राहत सामग्री भेज दी है, जिसमें 30,000 तंबू, 50,000 कंबल और 10,000 बिस्तर शामिल हैं. चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने बचाव कार्य के लिए हरसंभव प्रयास करने के आदेश दिए हैं.
शी ने सुरक्षा बलों एवं पुलिस को बचाव कार्य से संबंधित निर्देश दिए और कहा कि भूकंप की वजह से लोगों के जीवन और सम्पत्ति को भारी नुकसान पहुंचा है.
उन्होंने आगे कहा कि भूकंप प्रभावित इलाकों में बचाव कार्य के लिए सैनिकों को जल्द से जल्द से रवाना किया जाए और लोगों को बचाने के लिए और घायलों को राहत पहुंचाने के लिए हरसंभव प्रयास किए जाएं. चीन के प्रधानमंत्री ली केकियांग राहत कार्य को निर्देशित करने के लिए सिचुआन पहुंच गए हैं.
ली ने कहा कि इस समय सबसे बड़ी जरूरत भूकंप के 24 घंटों के भीतर राहत कार्य पहुंचाने की है. इस सबसे अहम समय को वैज्ञानिक तरीकों से लोगों के जीवन की रक्षा करने में लगाया जाए.
इस बीच रूस ने शनिवार को चीन से इस शक्तिशाली भूकंप से निबटने में मदद की पेशकश की. रूसी समाचार एजेंसी आरआईए नोवोस्ती ने क्रेमलिन के एक वक्तव्य के हवाले से कहा है कि राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने शी जिनपिंग को इस दहला देने वाले घातक आपदा के प्रति अपनी संवेदनाएं भेजी हैं और भूकंप से निबटने में मास्को की मदद का आश्वासन दिया है.