पाकिस्तान के पेशावर शहर में शनिवार को एक मकान के बाहर आत्मघाती बम हमले में एक जाने माने तालिबान विरोधी नेता समेत कम से कम नौ लोगों की मौत हो गयी.
वहां बैठक कर कर हे अवामी नेशनल पार्टी (एएनपी) के वरिष्ठ नेता एवं खबर पख्तूनख्वा प्रांत के वरिष्ठ मंत्री बशीर अहमद बिलाउर इस हमले में बुरी तरह घायल हो गए और बाद में उन्होंने दम तोड़ दिया. प्रतिबंधित तहरीक ए तालिबान पाकिस्तान ने हमले की जिम्मेदारी ली है.
किस्सा ख्वानी बाजार के समीप भीड़भाड़ वाले धाकी नालबंदी इलाके में शाम को जब एक मकान से बशीर (69) निकल रहे थे तब बम हमलावर ने हमला किया.
उन्हें लेडी रीडिंग अस्पताल ले जाया गया. डाक्टरों ने उन्हें बचाने का पूरा प्रयास किया लेकिन वह बच नहीं पाए.
अधिकारियों के अनुसार बिलाउर के निजी सचिव हाजी नूर मोहम्मद एवं थाना प्रमुख अब्दुस सत्तार खान की भी मौत हो गयी.
अस्पताल के अधिकारियों के अनुसार इस हमले में 18 लोग घायल हुए और उनमें से कई की हालत गंभीर है.
तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान के प्रवक्ता एहसानुल्लाह एहसान ने पत्रकारों को फोन कर इस हमले की जिम्मेदारी ली है. उसने कहा कि बिलाउर को निशाना बनाया गया क्योंकि वह तालिबान के खिलाफ बोलने वाले सरकारी अधिकारियों में एक थे.
एहसान ने धमकी दी कि तालिबान एएनपी, पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी, मुत्तहिदा कौमी मूवमेंट के नेताओं को निशाना बनाएगा.
बिलाउर खबर पख्तूनख्वा के एक जाने माने राजनीतिक एवं कारोबारी परिवार के सदस्य थे और वह धर्मनिरपेक्ष एएनपी लंबे समय से जुड़े थे.
पेशे से वकील वह तालिबान के मुखर आलोचक एवं विरोधी थे. वह अक्सर बम हमलों एवं आत्मघाती हमलों को लेकर आतंकवादियों की अक्सर आलोचना करते थे.
तालिबान के निशाना पर कई बार आने के बाद भी बिलाउर आतंकवादी हमलों के स्थल पर व्यक्तिगत रूप से निरीक्षण के लिए सबसे पहले पहुंचने वाले सरकारी अधिकारियों में एक थे.
शुक्रवार को मीडिया के साथ एक संवाद में उन्होंने आतंकवाद एवं चरमपंथ के खिलाफ अभियान जारी रखने का वादा किया था.
बिलाउर ने कहा था, ‘यह एक लड़ाई है और हमें लड़ना होगा. हम मरेंगे और हम मारेंगे लेकिन हम आतंकवादियों से पार पाएंगे.’ नाराज एएनपी कार्यकर्ता बिलाउर के निधन की खबर सुनकर अस्पताल पहुंचे.
टी वी चैनलों के अनुसार बचावकर्मियों एवं प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि यह हमला 15 से 20 साल के आत्मघाती बम हमलावर ने किया.
एएनीपी नेता तंग गलियों वाले धाकी नालबंदी इलाके में सभा कर रहे थे.
बचावकर्मियों को इन तंग गलियों में प्रवेश करने में परेशानियां हो रही हैं.
टेलीविजन पर प्रसारित तस्वीरों के अनुसार इस विस्फोट से कई दुकानों एवं कारों को नुकसान पहुंचा. सुरक्षाबलों ने इलाके को घेर लिया और तलाशी अभियान शुरू किया.
तहरीक ए तालिबान पाकिस्तान पिछले पांच साल से धर्मनिरपेक्ष एएनपी के कार्यकर्ताओं एवं नेताओं को निशाना बनाता रहा है. इन हमलों में कई एएनपी कार्यकर्ता मारे गए हैं.