नेपाल के प्रधानमंत्री सुशील कोइराला देश में आए भयंकर भूकंप के बाद पुनर्वास और पुनर्निर्माण की योजना पर चर्चा के लिए जल्द भारत का दौरा कर सकते हैं. इस भूकंप से नेपाल में करीब नौ हजार लोगों की मौत हुई है.
उपप्रधानमंत्री और स्थानीय विकास मंत्री प्रकाश मान सिंह ने कहा, 'प्रधानमंत्री कोइराला देश में लंबी अवधि के आधार पर पुनर्वास और पुनर्निर्माण कार्यों से संबंधित विषयों पर चर्चा के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने जल्द भारत जाएंगे.' उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को दौरे के लिए भारत सरकार से निमंत्रण पहले ही मिल चुका है.
उन्होंने ज्यादा जानकारी दिए बगैर कहा कि प्रधानमंत्री 'उचित समय' पर भारत का दौरा करेंगे.
25 अप्रैल को आए भूकंप के बाद से कोइराला नियमित रूप से अपने भारतीय समकक्ष के संपर्क में हैं. इस भूकंप में पांच लाख घर पूरी तरह से बर्बाद हो गये थे जबकि तीन लाख घरों को आंशिक रूप से नुकसान पहुंचा था.
प्रधानमंत्री कोइराला ने रविवार को यहां स्थानीय और विदेशी पत्रकारों से कहा था कि 12 मई के भूकंप के बाद उन्हें सबसे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने फोन किया था और भूकंप के कुछ घंटों में ही भारत ने बचाव एवं राहत कार्यों के लिए मदद मुहैया कराई. उन्होंने कहा, ‘हमें भारत से अच्छा समर्थन और मदद मिला.' उन्होंने कहा, 'भारत हमारे लोगों को बचाने के लिए आगे आने वाला पहला देश था और उसने साजोसामान और बाकी जरूरी सहयोग किया. हम इसके लिए अपने पड़ोसी देशों भारत और चीन के आभारी हैं .'
भारत ने नेपाल को संकट से निबटने के लिए कम से कम 15 हजार टन राहत सामग्री दी.भारतीय वायुसेना ने सैकड़ों लोगों को खतरनाक इलाकों से निकालकर सुरक्षित जगहों में पहुंचाया और भूकंप प्रभावित क्षेत्रों से दर्जनों लोगों को बचाया.
भाषा से इनपुट