चीन और ताइवान के बीच माहौल फिर गरमाता दिख रहा है. मंगलवार को ताइवान के सैनिकों ने पहली बार चीन के ड्रोन को चेतावनी देने के लिए फायरिंग की है. फायरिंग के बाद ड्रोन वापस चीन लौट गया था. चीन का यह ड्रोन Kinmen islands के पास उड़ रहा था. यह द्वीप चीन से सटा हुआ है, लेकिन ताइवान का इसपर कंट्रोल है. हालांकि, चीन ताइवान के साथ-साथ इसको भी अपना ही हिस्सा मानता है.
खबरों के मुताबिक, ड्रोन चीन के Fujian प्रांत के Xiamen शहर से उड़ा था. यह शहर Kinmen द्वीप से सिर्फ 10 किलोमीटर दूर है.
ताइवान की तरफ से लगातार चीन की शिकायत की जा रही है. उसका कहना है कि चीन के ड्रोन ताइवान द्वारा कंट्रोल किए जाने वाले छोटे द्वीपों के पास उड़ते देखे जा रहे हैं और ऐसा बार-बार हो रहा है. इसबार चीन ड्रोन Kinmen islands के एयरस्पेस के पास उड़ रहा था. चीन ऐसा सब अपनी मिलिट्री ड्रिल के अंतर्गत कर रहा है.
मंगलवार को ही चीन के ड्रोन Kinmen द्वीप के एयरस्पेस में तीन अलग-अलग जगहों पर देखे गए थे. इसके बाद ताइवान ने उनको चेतावनी दी थी और फ्लेर भी फायर की थी.
चीन और ताइवान के बीच ताजा संकट यूएस स्पीकर नैंसी पॉलिसी के दौरे के बाद पैदा हुआ है. चीन नैंसी पॉलिसी के ताइवान दौरे से चिढ़ गया था. इसके बाद चीन ने ताइवान को घेरकर लाइव मिलिट्री ड्रिल शुरू कर दी थी. चीन यहां ताइवान को अपनी ताकत दिखाने की कोशिशें कर रहा था. हालांकि, ताइवान ने इसपर कोई जवाबी कार्रवाई तो नहीं की थी लेकिन किसी भी हमले के लिए खुद को तैयार जरूर कर लिया था.
चीन ने ताइवान पर कसा तंज
चीन की सरकार के मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स में ड्रोन के मसले को उठाया जा रहा है. उनका कहना है कि ड्रोन का Kinmen द्वीप तक पहुंचना दिखाता है कि ताइवान का डिफेंस काफी कमजोर है. कहा गया है कि अगर Kinmen एंटी ड्रोन सिस्टम होगा भी तो वह सिर्फ सिविलियन ड्रोन पर असर करेंगे और मिलिट्री ड्रोन्स पर नहीं.