अमेरिका अफगान तालिबान को आतंकवादी संगठन के तौर पर नहीं मानता, लेकिन उसने यह जरूर माना कि उनके द्वारा अपनाई जाने वाली युक्तियां आतंकवाद के समान हैं. व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव जोश अर्नेस्ट ने गुरुवार को संवाददाताओं से कहा, वे (तालिबान) ऐसी युक्तियां अपनाते हैं जो आतंकवाद से मिलती-जुलती हैं. वे अपने एजेंडे को बढ़ाने के प्रयास के तहत आतंकी हमले करते हैं.
उन्होंने कहा कि अमेरिका तालिबान को लेकर इस तरह से काम कर रहा है जिससे उस संगठन के नेताओं के खिलाफ कुछ वित्तीय प्रतिबंध लगें, जो तालिबान के खिलाफ अमेरिका के जारी प्रयासों में मददगार रहा है. अर्नेस्ट ने कहा, अब जो सच है, यह है कि तालिबान और अलकायदा के बीच फर्क किया जाना महत्वपूर्ण है. उन्होंने कहा कि तालिबान आतंकी नीतियां अपनाता रहा है, लेकिन वे आतंकी नीतियां मुख्य रूप से अफगानिस्तान पर केंद्रित रही हैं.
व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव ने कहा कि अमेरिका की चिंता का कारण यह है कि अफगानिस्तान में अच्छी खासी संख्या में अमेरिकी लोग और अमेरिकी सेनाकर्मी हैं . उन्होंने कहा, तालिबान बेहद खतरनाक संगठन है. अमेरिकी राष्ट्रपति ने जो नीति तैयार की है, वह अफगानिस्तान की केंद्र सरकार और अफगान सुरक्षाबलों की मजबूती के लिए एक स्पष्ट रणनीति है जिससे कि वे अपने देश की सुरक्षा करने और तालिबान से लड़ने में खुद सक्षम हो सकें.
अर्नेस्ट ने कहा, वह हालांकि अलकायदा के खिलाफ अपनाई जाने वाली हमारी रणनीति से अलग है. अलकायदा एक आतंकवादी संगठन है जो अफगानिस्तान और पाकिस्तान की सीमाओं से परे अपने विस्तार की आकांक्षा रखता है.
- इनपुट भाषा