बंदूक और ताकत के बल पर अफगानिस्तान की सत्ता हथियाते ही तालिबान ने पूरे देश में कहर बरपाना शुरू कर दिया है. कई तरह की हिंसा की घटनाएं सामने आ रही हैं, जिससे पूरा विश्व चिंतित है. इस बीच, तालिबान के लड़ाके सोमवार को स्थानीय मीडिया हाउस टोलो न्यूज के कंपाउंड में घुस गए, जहां पर उन्होंने सुरक्षाकर्मियों से उनके हथियार छीन लिए. हालांकि, इस दौरान भरोसा भी दिलाया कि टोलो न्यूज का दफ्तर सुरक्षित रहेगा.
टोलो न्यूज अफगानिस्तान से चलने वाला मीडिया संस्थान है, जो पिछले लंबे समय से तालिबान से जुड़े पल-पल के अपडेट्स दुनियाभर के रीडर्स को मुहैया करवा रहा है. तालिबान के लड़ाकों के कंपाउंड में घुसने की जानकारी भी टोलो न्यूज ने ही दी है. उसने बताया कि काबुल स्थित टोलो न्यूज के कंपाउंड में तालिबान घुस आया और वहां सुरक्षा में लगे सिक्योरिटी स्टाफ के हथियारों को चेक करने लगा. इसके बाद सरकार की ओर से सुरक्षा के लिए दिए गए हथियारों को भी अपने साथ ले गया. तालिबान ने कंपाउंड को नुकसान न पहुंचाने की सहमति जताई है.
इससे पहले, तालिबान ने कंधार में एक रेडियो स्टेशन को अपने कब्जे में कर लिया था. वह पिछले कई दिनों से अफगानिस्तान के शहरों पर कब्जा जमाने की कोशिश में लगा हुआ था. बीते दिन तालिबानी लड़ाकों ने राजधानी काबुल पर कब्जा कर लिया, जिसके बाद पूरे देश में फिर से तालिबानी राज वापस आ गया.
Taliban entered the TOLOnews compound in Kabul, checked the weapons of the security staff, collected govt-issued weapons, agreed to keep the compound safe. #Afghanistan pic.twitter.com/LhuMI7Z90u
— TOLOnews (@TOLOnews) August 16, 2021
तालिबान की सत्ता में वापसी के बाद लोगों में दहशत का माहौल पैदा हो गया है. लोग देश छोड़कर दूसरे देशों में जाने की कोशिश कर रहे हैं. ऐसे में काबुल एयरपोर्ट पर भारी भीड़ इकट्ठा हो गई है. लोग विमानों में निर्धारित संख्या की तुलना में कहीं अधिक संख्या में बैठ रहे हैं. कई लोग विमान के पहिए में भी बैठे नजर आए, जिसके बाद विमान के आसमान में पहुंचते ही नीचे गिरने से उनकी मौत हो गई.
काबुल एयरपोर्ट पर फ्लाइट पकड़ने की लोगों की कोशिश के बीच गोलीबारी की भी घटना हुई. इसमें पांच लोगों की जान चली गई. एयरपोर्ट पर स्थिति भयावह हो गई, जिसके बाद एयरपोर्ट पर विमानों की आवाजाही को रोकना पड़ गया. रनवे तक को खाली कराने में एयरपोर्ट प्रशासन को कड़ी मेहनत करनी पड़ी.
उधर, तालिबान अफगानी नागरिकों से देश छोड़कर बाहर न जाने की अपील कर रहा है. हालांकि, उसके इतिहास को देखते हुए बड़ी संख्या में लोग भरोसा कर पाने की स्थिति में नहीं हैं. तालिबान महिलाओं समेत अन्य नागरिकों के अधिकारों के खिलाफ काम करने वाले के रूप में पहचाना जाता रहा है. हालांकि, इस बार तालिबान ने दावा किया है कि पिछली बार से सबक लेते हुए वह सरकार चलाने में कई तरह के बदलाव करेगा.